लंदन। ब्रिटेन के प्रधानंमत्री डेविड कैमरन ने वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने की दिशा में भारत की पहल की प्रशंसा की और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए तकनीकी स्तर पर मदद की पेशकश की, जिसमें रॉफेल से ज्यादा सक्षम विश्वस्तरीय लड़ाकू विमान का निर्माण करना भी शामिल है।
एक समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिटेन भारत के हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को विश्वस्तरीय लड़ाकू विमान बनाने में मदद करने के लिए तैयार है। कैमरन ने कहा, भारत को ब्रिटेन की तरफ से यूरोफाइटर टायफून का प्रस्ताव अभी भी बरकरार है। इसके साथ ही तकनीकी और इंजीनियरिंग सहायता भारत को दी जाएगी, जिसके जरिए यह विश्वस्तरीय लड़ाकू विमान विकसित कर पाएगा। यह रॉफेल से ज्यादा अच्छा सौदा होगा।
प्रधानमंत्री ने यह बयान फ्रांस से रॉफेल लड़ाकू विमान खरीदने के भारत के फैसले को लेकर दिया है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के दौरे के दौरान 36 रॉफेल लड़ाकू विमान खरीदने पर सहमति जताई थी। यह रूस निर्मित मिग विमानों के स्थान पर मीडियम मल्टी-रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट खरीदने के लक्ष्य का हिस्सा है। 24 अरब डॉलर के रक्षा सौदे के तहत 126 विमान खरीदा जाना है।
लेकिन सौदा अभी अटका हुआ है, क्योंकि फ्रांस रॉफेल के बाकी के हिस्से को भारत में निर्मित करने से संबंधित तकनीक साझा करने से हिचक रहा है। कैमरन ने कहा, भारत ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था की सफलता में बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है।
उन्होंने बताया, पिछले पांच सालों में व्यापार तथा निवेश संबंध सुधरे हैं और हमें जलवायु परिवर्तन तथा अन्य मसले पर राजनीतिक सहयोग की जरूरत है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक मजबूत एजेंडे पर चर्चा का इंतजार कर रहा हूं।