कानपुर, उत्तर प्रदेश, नगर संवाददाता: गुणवत्तापरक प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच, जन समुदाय तक बनाये रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है।
इसी क्रम में आज से चार दिसम्बर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत पुरुष लाभार्थियों का परिवार नियोजन पर संवेदीकरण के साथ गुणवत्तापूर्ण नसबंदी सेवाएं प्रदान की जाएगी। यह बात अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ एसके सिंह ने कही।
उन्होंने बताया कि ‘पुरुषों ने परिवार नियोजन अपनाया, सुखी परिवार का आधार बनाया’ थीम के साथ मनाए जा रहे पुरुष नसबंदी पखवाड़े के प्रथम चरण में 22 से 28 नवम्बर तक लक्षित दम्पति को परिवार नियोजन के प्रति संवेदीकृत किया जा रहा है। द्वितीय चरण में 29 नवम्बर से चार दिसम्बर तक सेवा प्रदायगी सप्ताह के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। इसके साथ ही स्वास्थ्य केन्द्रों पर पुरुष नसबंदी की सेवाएं दी जायेंगी।
उन्होंने बताया कि शारीरिक बनावट के आधार पर महिलाओं की अपेक्षा पुरुष नसबंदी बहुत ही सरल और आसान होती है। पखवाड़े के प्रथम सप्ताह में आशा व एएनएम परिवार नियोजन में पुरुषों की सहभागिता, परिवार नियोजन के उपलब्ध साधनों की जानकारी, सीमित परिवार के लाभ, विवाह की सही आयु (लड़के की 21 वर्ष व लड़की की 18 वर्ष), विवाह के बाद कम से कम दो साल बाद पहला बच्चा, पहले व दूसरे बच्चे के जन्म में तीन साल का अंतर, प्रसवोत्तर व गर्भपात पश्चात परिवार कल्याण सेवाओं की जानकारी दी जा रही है।
डॉ. सिंह ने बताया कि यूएचएम चिकित्सालय, डॉ. जेएल रोहतगी, माननीय काशीराम संयुक्त चिकित्सालय और केपीएम के साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सरसौल, भीतरगांव,घाटमपुर, पतारा, बिधनू, कल्यानपुर, चौबेपुर, शिवराजपुर, बिल्हौर, ककवन पर 22 नवम्बर से चार दिसम्बर के बीच विभिन्न तिथियों में पुरुष नसबंदी कैंप आयोजित किये जा रहे हैं।
डॉ.एस.के. सिंह ने बताया कि पुरुष नसबंदी के बाद लाभार्थी को 2000 रुपये, महिला नसबंदी के लिए लाभार्थी को 1400 रुपये और प्रसव उपरांत नसबंदी पर 2200 रूपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। बास्केट ऑफ च्वाइस के माध्यम से आशा व एएनएम परिवार नियोजन साधनों की जानकारी देंगी।
उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी राजेश यादव ने बताया कि दम्पति सम्पर्क चरण के तहत गांवों में 22 से 28 नवम्बर तक आशा, एएनएम व आशा संगिनी द्वारा योग्य दम्पति को पुरुष गर्भ निरोधक साधनों के लिए संवेदीकरण, चिन्हीकरण एवं पंजीकरण किया जाएगा। साथ ही प्रचार-प्रसार सामग्री के माध्यम से पुरुष नसबंदी की जानकारी दी जा रही है। पुरुष नसबंदी पखवाड़े की जानकारी देने के साथ परिवार पूर्ण होने पर पुरुषों को नसबंदी अपनाने के लिए प्रेरित करने में जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाएगा।