नई दिल्ली, नगर संवाददाता: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रियल एस्टेट समूह आईआरईओ के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ललित गोयल को 2,600 करोड़ रुपये की हेराफेरी से जुड़े धन शोधन के एक मामले में मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।
एजेंसी ने दावा किया कि पूछताछ के दौरान व्यवसायी का रवैया “सहयोग करने वाला नहीं था और उसने कोई प्रासंगिक जानकारी साझा नहीं की” इसलिए आरोपी को चंडीगढ़ में धन शोधन कानून के तहत हिरासत में ले लिया गया। बाद में एक स्थानीय अदालत ने गोयल को सात दिन की ईडी की हिरासत में भेज दिया।
गोयल को पिछले बृहस्पतिवार (11 नवंबर) को आव्रजन अधिकारियों ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रोका था जब वह “देश छोड़ने का प्रयास कर रहे थे।” ईडी की ओर से जारी एक ‘लुकआउट सर्कुलर’ के आधार पर आव्रजन अधिकारियों ने यह कार्रवाई की थी।
आरोपी की बहन भारतीय जनता पार्टी के नेता सुधांशु मित्तल की पत्नी हैं। एजेंसी ने कहा कि गोयल ने कर चोरी की पनाहगाह बन चुके देशों जैसे ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, मॉरीशस इत्यादि में कंपनियां खोलकर फर्जी बैंक खातों के जरिये 2600 करोड़ रुपये से ज्यादा पैसों की हेराफेरी की।
उनका नाम ‘पैंडोरा पेपर्स’ लीक में भी सामने आया है, जिसमें गोयल पर 7.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर (लगभग 575 करोड़ रुपये) की हेराफरी करने का आरोप है। ईडी ने कहा कि हरियाणा के पंचकूला में दर्ज प्राथमिकी और दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर गोयल के विरुद्ध जांच की जा रही है।
गोयल और उनकी कानूनी टीम ने पहले किसी गैर कानूनी प्रक्रिया से इनकार किया था और कहा था कि कानून का उल्लंघन कर पैसे की हेराफेरी नहीं की गई।