कुशीनगर, नगर संवाददाता: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लोगों की स्वास्थ्य सेवा के लिए जारी रोगी कल्याण निधि सहित अन्य मदों में लगभग सत्रह लाख रुपये का घोटाला उजागर हुआ है। जांच अधिकारी प्रभारी चिकित्साधिकारी नेबुआ नौरगिया ने निरीक्षण में वित्तीय अनियमितता मिलने पर पूर्व में तैनात अपने समकक्ष पर मुकदमा दर्ज कराने सहित आख्या सीएमओ और डीएम को भेजी है। मामला दो महीने से ठंडे बस्ते में था। एमओआईसी की तरफ से पुनः इसकी खोजबीन करने पर मामला बृहस्पतिवार को सामने आया।
लोगों की जिंदगी बचाने के लिए आए सरकारी धन के घपले के बाबत 10 सितंबर को 2021 को सीएमओ एवं डीएम को भेजे गए पत्र में नेबुआ नौरंगिया सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. संतोष गुप्ता ने लिखा है कि उनकी तरफ से 23 अगस्त 21 को खड्डा पीएचसी एवं सीएचसी के वर्ष 2020-21 की कार्ययोजना का निरीक्षण किया गया। पता चला कि जेएसवाई एडमिन में 392000 (तीन लाख बानबे हजार) रुपये खर्च दिखाया गया है, जबकि हकीकत में एक पैसा खर्च नहीं हुआ है। इसी तरह रोगी कल्याण समिति का 13 लाख रुपये का खर्च विभिन्न कार्यों के लिए कागज में दिखाया गया है, लेकिन वास्तव में एक भी पैसा खर्च नहीं किया गया है। न्यू पीएचसी शिवपुर व बरवा रतनपुर के कार्यों में घोर अनियमितता बरती गई है। इस पत्र में जांच अधिकारी डॉ. संतोष गुप्ता ने साफ-साफ तत्कालीन प्रभारी चिकित्साधिकारी, ब्लॉक लेखा प्रबंधक खड्डा व ठेकेदार पर मिल जुलकर धन का घपला करने की बात कही है। डॉ. संतोष गुप्ता ने डीएम व सीएमओ को दिए रिपोर्ट में जांच के साथ एफआईआर दर्ज कराने की सिफारिश की है।
इस संबंध में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. संतोष गुप्ता का कहना है कि निरीक्षण में वित्तीय अनियमितता मिलने पर जांच कराने व दोषियों पर मुकदमा दर्ज कराने का पत्र भेजा गया था। पुनः पत्र भेजा जाएगा, जिससे इस मामले की जांच व कार्रवाई हो सके।
सीएमओ बोले-टीम गठित है, होगी जांच
सीएमओ डॉ. सुरेश पटारिया का कहना है कि इस मामले की जानकारी हुई है। एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ और एनएचएम के डीपीएम की टीम बनाकर मौके पर जांच के लिए भेजा जाएगा। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कर्रवाई होगी।