नारनौल, नगर संवाददाता: आगामी एक दिसंबर से जाति प्रमाण पत्र लेने के लिए नागरिकों को कहीं भी आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी। जाति सर्टिफिकेट अपने आप जनरेट होगा। यह व्यवस्था परिवार पहचान पत्र के जरिए हो पाएगी।
प्रदेश में परिवार पहचान पत्र एक अनूठा कार्यक्रम है। आधार कार्ड की तर्ज पर यह परिवार का एक यूनिक आईडी नंबर है। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ गुरूवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक के बाद उपायुक्त अजय कुमार ने यह जानकारी दी।
उपायुक्त ने बताया कि जिला महेंद्रगढ़ में 168135 परिवारों की जाति वेरिफिकेशन होनी है। इनमें से अभी तक एक लाख दो हजार परिवारों की जाति की वेरिफिकेशन हो चुकी है। यह कार्य पटवारियों के माध्यम से जिला राजस्व अधिकारी करवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि दिव्यांग वेरिफिकेशन का कार्य भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पुराने रिकॉर्ड के हिसाब से किया जा रहा है। इसमें अभी तक 3511 एंट्री हो चुकी है। वर्तमान रजिस्टर को डिजिटलाइज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र के माध्यम से आम लोगों को सरकार की योजनाओं व सेवाओं का लाभ देने में आसानी होगी। ई गवर्नेंस के जरिए लोग आसान तरीके से सरकार की योजनाओं का लाभ ले सकेंगे। उन्हें वेरिफिकेशन के लिए विभिन्न कार्यालयों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।