नई दिल्ली, नगर संवाददाता: केंद्र सरकार नें पैट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी मात्र पांच रूपये कम की है। ये आंसू पोंछने का काम किया है जबकि साल भर में इस पर गुना रूपये कई रूपये बढाये गये है। सरकार को यदि जनता से हमदर्दी है तो कम से कम साल भर में जो दाम बढाये गये हैं उन्हें वापस लेना चाहिए। यह कहना है बाबरपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कैलाश जैन का। कैलाश जैन कहते हैं केवल पांच रूपये कम करने से काम नहीं चलने वाला। यह तो सरासर धोखा है। दिवाली के नाम पर राहत बताया जा रहा है इसे। कोरोना काल जैसे भयंकर समय में 29 रूपये बढ़ोतरी को क्या माना जाए। कैलाश जैन नें इस बाबत दिल्ली सरकार से भी पैट्रोल डीजल पर टैक्स कम करने का आग्रह करते हुए संकट के इस समय में राहत देने की मांग की है। श्री जैन नें कहा पूरी दुनिया में पैट्रोल डीजल के रेट कम हुए हैं लेकिन केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार नें ये रेट कम नहीं होने दिए। उन्होंने कहा केंद्र सरकार को एक्साइज ड्यूटी तो राज्य सरकार को वैट कम करके जनता को राहत देनी चाहिए। उन्होंने कहा केंद्र सरकार नें एक्साइज ड्यूटी 15 रूपये प्रति लीटर से बढ़ा कर 34 रूपये कर दी। जिसके चलते सस्ता होने के बावजूद पैट्रोल महंगा होता चला गया। और इसी तरह राज्य सरकार नें भी कोई राहत नहीं दी। कैलाश जैन नें मांग की है केंद्र सरकार कम से कम 20 रूपये एक्साइज ड्यूटी कम करे और राज्य सरकार भी वैट कम करे ताकि लोगो को राहत मिल सके। श्री जैन नें कहा जब अन्तरराष्ट्रीय मार्किट में पैट्रोल डीजल के दाम कम हो रहे हैं तो इसका फायदा जनता को क्यों नहीं मिल रहा। संकट की इस घड़ी में भी सरकार अपना खजाना भरने में लगी हैं।