नशे में कार चालक ने टैम्पो को टक्कर मारी, एक की मौत
नई दिल्ली, नगर संवाददाता: कालकाजी मंदिर के पास तेज रफ्तार कार चालक ने माल वाहक टैम्पो को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि टैम्पो के परखच्चे उड़ गए। हादसे में टैम्पो चालक की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हो गए। पुलिस ने घायलों के बयान पर केस दर्ज कर आरोपी कार चालक 25 वर्षीय आदित्य खुराना को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतक राधेश्याम परिवार के साथ नांगलोई इलाके में रहता था। वह मूलतः उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। राधेश्याम के परिवार में पत्नी के अलावा दो बच्चे हैं। घायलों में शामिल 36 वर्षीय नीरज अग्रवाल बक्करवाला गांव, 15 वर्षीय पंकज प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश और 21 वर्षीय पंकज कालकाजी इलाके में रहता है। रविवार देर रात करीब 1ः50 बजे पुलिस को सूचना मिली थी कि भैरो मंदिर के पास एक कार और टैम्पो की टक्कर में कई लोग घायल हो गए हैं। कालकाजी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को टैम्पो से निकाल कर एम्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। डॉक्टरों ने टैम्पो चालक राधे श्याम को मृत घोषित कर दिया। अन्य घायलों का उपचार चल रहा है। पुलिस टीम ने एसयूवी चालक को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया, जिसे पिकेट पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने पकड़ लिया था।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी अपने दोस्तों के साथ टी-20 वर्ल्डकप का भारत-पाकिस्तान के बीच हुआ क्रिकेट मैच देखने के लिए कुतुब होटल गया था। जहां सभी ने पार्टी की और मैच देखा। मैच खत्म होने के बाद सभी लोग होटल से अपने अपने घर लौटे। हादसे के दौरान आदित्य खुराना ने तय मात्रा से अधिक शराब पी हुई थी। आरोपी आदित्य खुराना परिवार के साथ एनएफसी इलाके में रहता है। उसके पिता का कपड़ों का कारोबार है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी आदित्य खुराना जीमैट की तैयारी कर रहा है। वह पहले एक निजी कंपनी में मार्केटिंग मैनेजर के रूप में काम भी कर चुका है।
घायलों में शामिल नीरज अग्रवाल कालकाजी मंदिर परिसर में चूड़ियों की दुकान चलाते हैं। जबकि, 21 वर्षीय पंकज उनकी दुकान पर काम करते हैं। 15 वर्षीय पंकज नीरज का जानकार है और तीनों दुकान का सामान खरीदने के लिए भोगल गए थे। जहां से सामान लेकर वह अपने दोनों साथियों के साथ कालकाजी मंदिर लौट रहा था। इसी दौरान जब टैम्पो चालक राधेश्याम ने भैरो मंदिर के पास यू-टर्न लिया, तो एसयूवी चालक ने उन्हें टक्कर मार दी।
राधेश्याम के घरवालों ने बताया कि गांव में राधेश्याम के परिजन अकेले रहते हैं। जबकि, दिल्ली में वह पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते थे। गांव में रहने वाले परिजनों को राधेश्याम ही पैसे भेजा करते थे। परिवार का भरणपोषण करने के लिए राधेश्याम टैम्पो चालते थे। वह अक्सर ओखला मंडी से बाकि इलाकों में सब्जी ढोते थे। रविवार को भी वह सब्जी लेने के लिए आया था, लेकिन उसे पहले कालकाजी इलाके में सामान ले जाने का भाड़ा मिल गया। जिसके बाद वह कालकाजी इलाके में माल छोड़ने के लिए चला गया और वहां हादसे का शिकार हो गया। परिजनों ने बताया कि अब उसके परिवार में कोई कमाने वाला नही बचा है। परिजनों ने बताया कि वह उसके शव को उत्तर प्रदेश अपने गांव लेकर जाएंगे, इसलिए वह सोमवार को पोस्टमार्टम कराने के लिए नहीं पहुंचे थे।