खराब बल्लेबाजी के कारण मुंबई को नुकसान उठाना पड़ा

दुबई, नगर संवाददाता : गत चौंपियन टीम मुंबई इस बार चार पायदान नीचे पांचवें स्थान पर आ गई है। उन्होंने लीग चरण के अंतिम दिन इस स्थान को पाया जहां उनके पास नॉकआउट में पहुंचने का मौका बना हुआ था। हालांकि मैच समाप्त होने से पहले ही उनका यह अवसर ख़त्म हो गया। यह सीजन मुंबई के लिए ठीक जा रहा था जब तक कि टूर्नामेंट संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में स्थानांतरित नहीं हो गया। उन्होंने पहले चरण में भारत में अपने सात मैचों में से चार जीते थे, लेकिन यूएई में पहुंचते ही उनकी बल्लेबाजी जूझने लगी, जिसका ख़ामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। जैसा कि कप्तान रोहित शर्मा ने पिछले लीग मैच से पहले कहा था, “हमने यूएई लेग में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की और इससे टीम प्लेऑफ में जगह बनाने में क़ामयाब नहीं हो पाई।” मुंबई अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जानी जाती है और उनके अभियान को झटका लगा जब कई खिलाड़ी फॉर्म से जूझने लगे। क्विंटन डिकॉक की स्ट्राइक रेट उनके द्वारा खेले गए पिछले तीन मैचों में 105 से कम हो गई, रोहित दो बार दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके, वो भी तब जब उन्हें जीत की सख़्त जरूरत थी, इशान किशन और सूर्यकुमार यादव ने देर से लय पकड़ी और हार्दिक पांड्या का बल्ला तो चला ही नहीं। आईपीएल 2020 के पावरप्ले किंग ट्रेंट बोल्ट लगातार पांच मैचों में पावरप्ले में विकेट नहीं चटका सके।” मुश्किल के काले बादल तो हार्दिक पर थे, जो बल्ले से रन नहीं बना रहे थे और टूर्नामेंट में एक भी ओवर नहीं फेंक सके। वह आगामी टी-20 विश्व कप के लिए एक ऑलराउंडर के रूप में टीम में हैं, लेकिन बिना किसी ओवर के और उनके रन नहीं बनाने की वजह से प्रशंसकों और कई पूर्व खिलाड़ियों ने टीम में उनकी मौजूदगी पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। जब उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन होता है, तो भारत में उनके जैसा कोई ऑलराउंडर नहीं होता है, लेकिन वह अभी अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से बहुत दूर हैं।

 

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