नई दिल्ली, नगर संवाददाता : शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा अर्चना की गई। इस मौके पर इलाके के मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया। इस मौके पर मंदिरों और घरों में दुर्गा सप्तशती का पाठ किया गया। सुबह और शाम आरती की गई जिसमें भक्तों ने सुख और समृद्धि की मंगलकामना की। कोरोना के मद्देनजर घर की पूजा के बाद भक्तों ने मंदिर पहुंचकर कोविड प्रोटोकाल के तहत मां के दर्शन कर कुशलता की कामना की। रोहिणी सेक्टर तीन, पीतमपुरा, शालीमार बाग, केशवपुरम, कोहाट एनक्लेव सहित शालीमार बाग, आजादपुर, माडल टाउन व अन्य क्षेत्रों के मंदिरों में पूरे दिन माता के जयकारे लगते रहे।
लक्ष्य पर विजय प्राप्ति के लिए करें पूजा रोहिणी सेक्टर 24 के श्रीदुर्गा मंदिर के पुजारी पं. कमलेश ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि देवी की ब्रह्मचारिणी स्वरूप की उपासना से मनुष्य में तप, त्याग, सदाचार और संयम की वृद्धि होती है। इनकी स्तुति करने से जीवन के कठिन संघर्षों में भी मन विचलित नहीं होता और लक्ष्य पर विजय प्राप्त होती है। उन्होंने बताया कि भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए देवी ने कठिन तप किया था, इस वजह से उन्हें ब्रह्मचारिणी नाम दिया गया। इस दौरान मंदिरों में आने वाले श्रद्धालु मां की कृपा पाने के लिए श्रद्धापूर्वक पूजन में जुटे रहे। वहीं लोगों की भीड़ न जुटे इसके लिए मंदिर प्रबंधन की ओर से सेवादारों को निगरानी रखने के निर्देश दिए गए। साथ ही मास्क के बगैर लोगों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई।