शिकोहाबाद, उत्तर प्रदेश, नगर संवाददाता : यमुना एक्सप्रेस वे पर दिल्ली से शिकोहाबाद आते समय चलती बस में मां-बेटी के साथ स्लीपर बस के क्लीनर और खलासी द्वारा छेड़छाड़ व दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता की तहरीर पर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने 5 घंटे में दुष्कर्म के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि छेड़छाड़ के आरोपी की तलाश में 5 टीमें लगी हुई हैं।
पीड़िता थाना क्षेत्र की रहने वाली है। पीड़िता अपनी बेटी और बहन की पुत्री के साथ बदरपुर वाडर से एक बस संख्या यूपी 85 सीटी- 0262 में बैठ कर शिकोहाबाद आ रही थीं। यह बस दिल्ली से कानपुर देहात तक चलती है। पीड़िता ने थाने में दी तहरीर में कहा है कि बस के कंडक्टर अंशू और खलासी बबलू ने उसे अंदर स्लीपर पर बुलाया। जब वह उनके पास पहुंची तो स्लीपर में बैठे बबलू और अंशू ने उसे शराब का पेक बना कर पीने को दिया। इसके बाद बबलू ने उसका हाथ पकड़ कर छेड़छाड़ की, जिसमें उसकी एक चूड़ी भी टूट गई। इसके बाद वह नीचे आकर अपनी सीट पर बैठ गई। जेबर टोल प्लाजा से पूर्व तभी चालक अनिल ने बस रोक दी। पीड़िता का आरोप है कि जब वह फ्रेश होने नीचे गई, इसी दौरान अंशू ने उसकी बेटी को केबिन में बुला कर उससे दुष्कर्म किया। जब वह बस में आई तो बेटी ने रोते हुए अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी। विरोध किया तो बबलू नोहझील के समीप बस से उतर कर भाग गया। जबकि अंशू मांट मथुरा में उतर कर भागा। पीड़िता ने फिरोजाबाद पहुंच कर अपने परिजनों को घटना की जानकारी दी। परिजनों ने बस को प्रतापपुर चौराहे पर रोक लिया और चालक के साथ मारपीट कर बस को लेकर थाना आए। घटना की जानकारी होते ही एसएसपी अशोक कुमार शुक्ला, एसपी ग्रामीण डॉ. अखिलेश नारायण सिंह और सीओ सिरसागंज कमलेश कुमार मौके पर पहुंच गये। एसएसपी ने बताया कि पीड़िता की मां की तहरीर पर अंशू यादव उर्फ आलोक निवासी लालपुरा दद्दाजी होटल इटावा को दुष्कर्म और बबलू पुत्र रामसिंह निवासी फतेहपुर चकरनगर बकेवर इटावा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दुर्ष्कम के मुख्य आरोपी अंशू को गिरफ्तार कर लिया है।