नई दिल्ली, नगर संवाददाता : दिल्ली में कोरोना काल और लाकडाउन में इस्लामी मदरसों की सफल भूमिका और आने वाले समय में चुनौतियों से निपटने के लिए मार्गदर्शन को लेकर दिल्ली प्रदेश राब्ता ए मदारिस का एक सम्मेलन कल (आज) 25 अगस्त को होने जा रहा है। जिसमें दिल्ली के मदरसों के ज़िम्मेदार हज़रात भाग लेंगे।
दिल्ली प्रदेश राब्ता ए मदारिस के अध्यक्ष मौलाना दाऊद अमीनी ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि कल 25 अगस्त को राब्ता ए मदारिस दिल्ली प्रदेश का एक महत्वपूर्ण सम्मेलन (जलसा) ज़ाफराबाद में किया जा रहा है। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य दिल्ली में चलने वाले सभी मदरसों को कोरोना महामारी के मद्दे नज़र कोविड-19 की सरकारी गाइड लाइन की संपूर्ण जानकारी और सरकारी नियमों निर्देशों के पालन हेतु और उन्हें लागू करने के विषय में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। और आने वाले समय में महामारी के संबंध से उत्पन्न होने वाली समस्याओं से कैसे निपटा जा सकता है इस पर भी चर्चा की जाएगी।
साथ ही दीनी मदरसों में वर्तमान में क्या क्या परेशानियां हैं और उनसे कैसे निपटा जा सकता है? इस पर भी विचार किया जाएगा। मौलाना दाऊद अमीनी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि ‘राब्ता ए मदारिस’ दारुल उलूम देवबंद की एक शाख है जिस से दर्स ए निजामी से चलने वाले मदरसे जुड़े हैं। दिल्ली प्रदेश राब्ता ए मदारिस का दफ्तर मदरसा बाबुल उलूम ज़ाफराबाद में है और यहीं पर यह सम्मेलन होने जा रहा है जिसमें दिल्ली के अधिकांश मदरसों के कर्ता धर्ता भाग लेंगे।