नई दिल्ली, नगर संवाददाता: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आठ लाख के नकली नोटों के साथ एक शख्स को अरेस्ट किया है। आरोपी की पहचान अब्दुल रहीम (29) के तौर पर हुई जो मूलरुप से मालदा वेस्ट बंगाल का रहने वाला है। इसे आनंद विहार रेलवे स्टेशन के बाहर से पकड़ा गया था। पकड़े गए नकली नोट दो हजार और पांच सौ रुपए के हैं।
स्पेशल सेल के मुताबिक कुछ महीनों से इनपूट मिल रहा था इंडिया बांग्लादेश बार्डर के जरिए नकली नोट दिल्ली तक पहुंचाए जा रहे हैं। पुलिस इस गैंग के बारे में जानकारी जुटाने में लगी थी। 16 अप्रैल को अब्दुल रहीम के बारे में सूचना मिली, जिसके बाद उसे शाम साढ़े पांच बजे मुखबीर की निशानदेही पर आनंद विहार रेलवे स्टेशन के बाहर से पकड़ा गया। वह किसी का इंतजार कर रहा था। इसके पास आठ लाख कीमत के नकली नोट बरामद किए गए, इस पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया।
आरोपी ने पूछताछ में बताया वह सातवीं कक्षा तक पढा है। साल 2016 में वह घर पर ही लेडीज सूट बेचने का काम कर रहा है। कपड़े खरीदने के लिए वह बांग्लादेश जाता था। उसकी गैर हाजिरी में कपड़े का काम पत्नी देखती थी। ज्यादा रुपए कमाने के लिए वह मिस्त्री का काम करने लगा। करीब तीन साल पहले वह नसरुदीन के घर कंस्ट्रक्शन का काम कर रहा था, तभी उसे नकली नोटों के धंधे में शामिल होने का ऑफर उसने दिया। बताया प्रति डिलवरी के उसे तीन हजार रुपए मिलेगें।
इसके लिए वह तैयार हो गया और फिर नसरुदीन के लिए काम करने लगा। नसरुदीन इंडिया बांग्लादेश बॉर्डर के नजदीक नकली नोट सप्लाई करने वाले लोगों से रुपयों की खेप लेकर अब्दुल रहीम को दे देता था। इसके बाद वह दिल्ली में एक्टिव इस धंधे से जुड़े लोगों को नकली नोट पहुंचाता था। पिछले कुछ महीने से अब्दुल रहीम आठ लाख पर एक लाख रुपए बतौर अपना हिस्सा ले रहा था। लॉकडाउन के वक्त इनका धंधा बंद हो गया था, लेकिन अब ऐसे गैंग फिर से एक्टिव हो चुके हैं।