नोएडा, नगर संवाददाता: कोरोना संक्रमण के बीच 4 मई से यूपी बोर्ड और 8 मई से सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा प्रस्तावित हैं। ऐसे में अफसरों के सामने एक संकट आ खड़ा हुआ है कि यदि कोई छात्र संक्रमित निकल आता है तो वह कैसे परीक्षा देगा। इस संबंध में दोनों ही बोर्ड ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है।
यूपी बोर्ड की परीक्षा के लिए जिले में 56 केंद्र बनाए गए हैं, इन पर करीब 41 छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे। इसके अलावा 78 केंद्रों पर 80 हजार से अधिक विद्यार्थी सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा देंगे। हालांकि, इनमें से कोई छात्र कोरोना से संक्रमित मिला तो तब क्या किया जाएगा, इस बारे में दोनों में से किसी भी बोर्ड ने कोई निर्देश नहीं दिए हैं।
डीआईओएस धर्मवीर के अनुसार, कोरोना से बचाव के लिए स्कूलों में सभी इंतजाम होंगे। छात्र और स्टाफ के लिए, मास्क, सेनेटाइजर और सामाजिक दूरी अनिवार्य होगी। हालांकि, अभी तक उन छात्रों के परीक्षा देने के संबंध में कोई निर्देश नहीं मिले हैं, जो किसी कारणवश परीक्षा अवधि में ही संक्रमित हो जाएं। शासन से जल्द ही स्पष्ट गाइडलाइन आएंगी, उसके आधार पर निर्णय लिया जाएगा। सीबीएसई की जिला समन्वयक रेणू सिंह ने बताया कि सीबीएसई के स्तर से जल्द ही इस संबंध में निर्णय लिया जाएगा। अभी संक्रमित छात्र को प्रैक्टिकल देने से राहत दी गई है।