नई दिल्ली, नगर संवाददाता: राष्ट्रीय राजधानी में तीन जेलों के लगभग 200 पात्र कैदियों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीका लगाया गया है और उनमें से किसी में भी कोई प्रतिकूल प्रभाव देखने को नहीं मिला है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
दिल्ली की जेलों में कुल 326 कैदी 60 साल से ऊपर के हैं, और 45-59 आयु वर्ग में 300 से अधिक कैदी हैं। ये दोनों श्रेणियों के लोग इस समय जारी राष्ट्रव्यापी अभियान में टीकाकरण के लिए पात्र हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली कारागार विभाग ने कैदियों को टीका लगाने के लिए तिहाड़ जेल में एक कोविड-19 टीकाकरण केंद्र स्थापित किया था। इसे केंद्रीय जेल अस्पताल में जेल नंबर तीन में स्थापित किया गया था।
महानिदेशक (जेल) संदीप गोयल ने कहा, ‘‘तिहाड़ जेल में लगभग 160 कैदियों और रोहिणी और मंडोली की जेलों में लगभग 40 कैदियों को अब तक टीके लगाये जा चुके हैं।’’ जेल के कैदियों के लिए टीकाकरण अभियान 18 मार्च को शुरू हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि वे रोहिणी और मंडोली के कैदियों को टीका लगवाने के लिए पुलिस सुरक्षा में नजदीकी सरकारी टीकाकरण केन्द्रों में भेज रहे हैं।
जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पात्र कैदियों के परिवार के सदस्यों को टीकाकरण प्रक्रिया के लिए जेल अधिकारी के मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप के माध्यम से आवश्यक दस्तावेज भेजने के लिए कहा गया था। अधिकारी ने बताया कि जिन कैदियों को टीका लगाया गया है उनमें से किसी में इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव देखने को नहीं मिला है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण एक मार्च को शुरू हुआ था। गत 16 जनवरी से शुरू हुए पहले चरण में दिल्ली में स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों समेत 3.6 लाख से अधिक लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया था।