नई दिल्ली, नगर संवाददाता: मंगोलपुरी इलाके में एक शख्स ने बहन की सूनी गोद भरने के लिए एक लाख में तीन साल की बच्ची का अपहरण करा दिया। हालांकि राज पार्क पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बच्ची को बरामद कर दो महिलाओं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
डीसीपी परविंदर सिंह ने बताया कि विनोद और मोनी परिवार सहित यू ब्लॉक मंगोलपुरी इलाके में रहते हैं। मंगलवार को दंपति की तीन साल की बच्ची एंजेल घर के बाहर पार्क में खेल रही थी। कुछ देर बाद वह लापता हो गई। तलाश करने पर बच्ची नहीं मिली तो राज पार्क थाने में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई गई। इसके बाद एएसआई अजय के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बच्ची की तलाश शुरू की। पार्क के आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है। ऐसे में पुलिस ने पूरे इलाके के कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की। पुलिस को 24 घंटे की मशक्कत के बाद एक फुटेज में महिला-पुरुष एक बच्ची को लेकर जाते हुए दिखाई दिए। बच्ची ने वैसे ही कपड़े पहने हुए थे जैसा एफआईआर में बताया गया था। पुलिस ने दोनों संदिग्धों की पहचान रवि और उसकी पत्नी संतोष देवी के तौर पर की। पुलिस ने दोनों को बुधवार को मंगोलपुरी स्थित उनके घर से हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो सारा मामला सामने आ गया।
रवि ने बताया कि जयपुर गोल्डन अस्पताल में वार्ड ब्वॉय का काम करने वाले महेश ने उन्हें पांच साल से कम उम्र का बच्चा चुरा कर देने पर पचास हजार रुपये देने का वादा किया था। उन्होंने बच्ची को महेश को सौंप दिया था। पुलिस ने महेश को भी हिरासत में लिया लेकिन बच्ची वहां भी नहीं मिली।
डीसीपी परविंदर सिंह ने बताया कि महेश से पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसने बच्ची को अपने दोस्त राम प्रसाद को बेचा है। दरअसल, जयपुर गोल्डन अस्पताल में ही वार्ड ब्वॉय राम प्रसाद की बहन गुड्डन को उसके पति ने छोड़ दिया है, जिसकी वजह से वह अवसाद में रहती है। राम प्रसाद ने अपनी बहन की सूनी गोद भरने के लिए महेश को एक लाख रुपये में पांच साल से कम उम्र का कोई बच्चा दिलाने को कहा। इसके बाद महेश ने 50 हजार में दंपति से सौदा तय किया था। इस खुलासे के बाद पुलिस ने रामप्रसाद और गुड्डन को गिरफ्तार कर बुधवार को बच्ची सही सलामत बरामद कर लिया।