गाजियाबाद, नगर संवाददाता: शासन के आदेशों के बाद भी निजी स्कूल ऑनलाइन क्लास, अगली कक्षा में प्रमोट करने और परीक्षा परिणाम घोषित करने को लेकर मनमानी कर रहे हैं। ऐसे में अभिभावक प्रदर्शन करने को मजबूत हैं।
लॉकडाउन के दौरान शासन ने जुलाई में किसी विद्यार्थी पर फीस जमा करने का दबाव नहीं बनाने, ऑनलाइन क्लास से वंचित नहीं करने, परीक्षा परिणाम नहीं रोकने के आदेश जारी किए थे। इसके बाद भी निजी स्कूलों की मनमानी की शिकायतें बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक को मिल रही है। इस पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कई बार निजी स्कूलों को शासनादेश का पालन करने के लिए नोटिस जारी किए। इसके बावजूद निजी स्कूल मनमानी कर रहे हैं। ऐसे में अभिभावक कलेक्ट्रेट और शिक्षा विभाग के कार्यालयों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
ऑल स्कूल पैरेंट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव सचिन सोनी का कहना है कि शिक्षा विभाग शासनादेश का पालन नहीं करा पा रहा है। ऐसे में निजी स्कूल अभिभावकों का शोषण कर रहे हैं। संक्रमण काल में दूसरे सत्र शुरू हो चुका है। इसके बाद भी निजी स्कूल बच्चों के परीक्षा परिणाम रोक रहे हैं। वहीं, गाजियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान निजी विद्यालयों ने आरटीई के तहत होने वाले कई दाखिलों को नहीं किया। इस कारण अभिभावक पूरे साल भटकते रहे। उनका कहना है कि निजी विद्यालय अभिभावकों को दस्तावेजों समेत अन्य कमी बताकर गुमराह कर रहे हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक रविदत्त शर्मा का कहना है कि अभिभावकों की शिकायतों के आधार पर विद्यालयों को नोटिस जारी कर शासनादेश का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। जो विद्यालय शासनादेश का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।