नई दिल्ली, नगर संवाददाता: दिल्ली के तीन इलाकों में तीन लोगों के साथ साइबर ठगों ने विभिन्न तरीकों से ठगी की वारदात को अंजाम दिया। सभी मामलों में पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस केस दर्ज कर जांच में जुटी है।
पहला मामला सरिता विहार थाने का है, जहां पीड़िता से एक माह तक काम कराने के बाद आरोपियों ने उसे रुपये नहीं दिए। पीड़िता के पिता ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि उनकी बेटी को एक शख्स के माध्यम से ऑनलाइन डाटा एंट्री का जॉब मिला। कहा गया कि वह घर पर रहकर काम कर सकती है और काम पूरा होने पर खाते में रुपये आ जाएंगे। लेकिन, काम खत्म होने के बाद पीड़िता ने रुपये मांगे तो आरोपी धमकाने लगे। सरिता विहार थाना पुलिस मामले में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
दूसरी वारदात मोती नगर थाने में दर्ज की गई है, जहां पीड़िता के दोस्त का व्हाट्सएप हैक एक आरोपी ने अपने खाते में 96 हजार रुपये मंगा लिए। राजा गार्डन इलाके में रहने वाली पीड़िता मनीषा सैनी ने बताया कि 12 मार्च को उसके व्हाट्सएप पर अमेरिका में रहने वाली उसकी एक करीबी दोस्त का व्हाट्सएप मैसेज आया, जिसमें उसने मेडिकल इमरजेंसी बताते हुए 96 हजार रुपये मांगे। पीड़िता ने बताए गए खाते में रुपये भेज दिए। कुछ दिनों बाद जब दोस्त से बात हुई तो पता चला कि उसका व्हाट्सएप हैक कर किसी ने सभी दोस्तों को इस तरह का मैसेज किया था।
तीसरा मामला न्यू मोतीबाग इलाके का है, जहां एक आरोपी ने रुपये दोगुना करने का झांसा लेकर करीब 40 हजार रुपये ठग लिए। पीड़ित निशांक ने बताया कि उन्होंने ओएलएक्स पर डायनिंग टेबल बेचने का विज्ञापन दिया था। अनिल नाम के व्यक्ति ने फोन कर खुद को सेना का अधिकारी बताते हुए संपर्क किया। आरोपी ने बताया कि वह अगर सेना के खाते में वह रुपये डालेगा तो उसका पैसा दोगुना होकर मिलेगा। पीड़ित ने 10 रुपये आरोपी द्वारा बताए गए खाते में भेजे तो उसे 20 रुपये वापस आए। पीड़ित ने दोबारा 22990 रुपये उसी खाते में भेज दिए लेकिन रुपये वापस नहीं आए। आरोपी ने कहा कि नेट बैंकिग इस्तेमाल करने के चलते आपको आरबीआई की फीस देनी होगी जो 16990 रुपए हैं। इसके बाद दोनों रकम वापस आ जाएगी। पीड़ित ने 16990 रुपये और भेज दिए लेकिन इसके बाद आरोपी का फोन बंद हो गया। पीड़ित ने सरोजनी नगर थाना पुलिस को शिकायत दी है।