नोएडा, नगर संवाददाता: देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार रामसुतार के घर से 27 लाख रुपये और लाखों के आभूषण लेकर फरार होने वाले नौकर का पुलिस सत्यापन नहीं हुआ। जिस कंसलटेंट एजेंसी ने नौकर को मूर्तिकार के घर भेजा था, उसने आरोपी का सत्यापन नहीं कराया था। अब पुलिस एजेंसी संचालक के खिलाफ भी कार्रवाई कर सकती है। वहीं, वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी नौकर का कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
मूर्तिकार रामसुतार सेक्टर-19 में रहते हैं। उन्होंने छह दिन पहले दिल्ली की एक कंसलटेंट एजेंसी मेरी नीड के जरिए घर पर उड़ीसा निवासी मदन मोहन को घरेलू नौकर के रूप में रखा था। नौ मार्च को परिवार के सभी लोग घर से बाहर थे। घर पर सिर्फ 92 वर्षीय मूर्तिकार रामसुतार थे। वह सो रहे थे। इसी बीच नौकर अलमारी का ताला तोड़कर करीब 27 लाख रुपये और लाखों के आभूषण चोरी कर फरार हो गया। चोरी की जानकारी होने पर परिजनों ने मामले की सूचना सेक्टर-20 थाना पुलिस को दी। पुलिस ने जांच के दौरान दिल्ली की एजेंसी के संचालक से पूछताछ की। संचालक ने आरोपी मदन मोहन का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराया था। उसकी पहचान भी आरोपी के आधार कार्ड द्वारा हो सकी है। अब पुलिस एजेंसी संचालक के खिलाफ भी कार्रवाई करने की तैयारी में है। दूसरी तरफ वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने अपना मोबाइल नंबर बंद कर लिया है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। उसके रिश्तेदारों के बारे में पता लगाया जा रहा है। पुलिस को आशंका है कि आरोपी अपने रिश्तेदारों या परिचितों के पास छिप सकता है।