मैनपुरी, नगर संवाददाता: हमारे जीवन में वैसे तो हर व्यक्ति का अपना अपना खास स्थान है,लेकिन महिलाएं हमारे जीवन में कई अहम रोल निभाती हैं। कभी मां के रूप में कभी बहन के रूप में, तो कभी एक पत्नी के रूप में। महिलाओं के सम्मान में हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है इस दिन दुनिया भर में महिलाओं के जीवन में सुधार लाने, उनकी जागरूकता बढ़ाने जैसे कई विषयो पर जोर दिया जाता है।अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर क्या बोली मैनपुरी की महिला ऋचा सक्सैना के मन में एक सवाल जन्म लेता है कि आखिर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की जरूरत क्यों पड़ी महिलाओं को अपने अधिकार और सम्मान को पाने के लिए आज भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है महिलाओं को हर कदम पर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें उनका सम्मान करें। वही डॉ० तलत शरिक अख्तर मुराद बख्श मेमोरिअल डेन्टल क्लीनिक करहलः- महिलाएं समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं महिला के बिना विकसित व समृद्ध समाज की कल्पना नहीं की जा सकती एक औरत बनकर जीना खेल नहीं रोज सूरज बनकर निकलना पड़ता है चाहे लाख अंधेरा हो जीवन में रोशनी सबके देनी पड़ती है। निधि तिवारी मोहल्ला भटेलाः- कागज न समझो हमें पढ़ने दो आगे बढ़ने दो सच्चे मोती सा समझो हमें बेड़ियों में न जकड़ो हमें उड़ने दो पंख फहराने दो इतिहास में वर्तमान में चर्चा होने दो प्रशंसा शुरू हुई है अगर तो थोड़ा शोर तो होने दो महिला दिवस की अशेष शुभकामनाएं। रश्मी जैन करहलः- महिला वो शक्ति है सशक्त है वह भारत की नारी है ना ज्यादा में ना कम में वो सब में बराबर की अधिकारी है। देश की महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है वह कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रही हैं सम्मान प्रतिष्ठा और प्यार यही है महिला सशक्तिकरण का आधारमाधुरी देवी यादवः- नारी तुम प्रेम हो आस्था हो विश्वास हो टूटी हुई उम्मीदों की एकमात्र आस हो हर जान का तुम ही तो आधार हो नफरत की दुनिया में तुम ही प्यार हो उठो अपने अस्तित्व को संभालो केवल 1 दिन ही नहीं हर दिन के लिए तुम खास हो। दिव्या मंचरनः- क्यों त्याग करें नारी केवल क्यों नर दिखलाए झूठा बल नारी जो जिद पर आ जाए अबला से चंडी बन जाए उस पर ना करो कोई अत्याचार तो सुखी रहेगा घर परिवार महिला दिवस की हार्दिक बधाई।