गुरुग्राम, नगर संवाददाता: चार साल बाद भी वजीराबाद खेल स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। स्टेडियम के लिए जमीन तैयार है, लेकिन इसके टेंडर को लेकर मामला पिछले कई माह से उलझा हुआ है। तीन माह पहले स्टेडियम की टेक्निकल बिड (तकनीकी बोली) के लिए प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन अभी तक टेंडर की इस प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ाया गया है।
फाइल उच्चाधिकारियों की टेबल पर ही घूम रही है। करोड़ों रुपये के इस टेंडर पर कई बड़ी एजेंसियों की नजर है और एजेंसियों द्वारा इसकी तकनीकी शर्तें पूरा नहीं कर पाने के कारण पहले भी कई माह तक टेंडर अटका रहा था। टेंडर कब खोला जाएगा, इस बात का जवाब निगम अधिकारियों के पास भी नहीं है।
इस खेल स्टेडियम के निर्माण की घोषणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 2016 में की थी। लेकिन नगर निगम अधिकारियों के ढीले रवैये के चलते स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। पहले नगर निगम अधिकारियों का तर्क था कि टेंडर में पहले एजेंसियों द्वारा हिस्सा नहीं लेने और टेंडर की शर्तों को पूरा नहीं करने से टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी, लेकिन अब टेक्निकल बिड की प्रकिया शुरू होने के बाद भी टेंडर की कार्रवाई पूरी नहीं की जा रही है। 192 करोड़ रुपये होंगे खर्च
वजीराबाद में खेल स्टेडियम (स्पोर्ट्स कांप्लेक्स) निर्माण पर 192 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। नए गुरुग्राम में फिलहाल स्टेडियम की कोई सुविधा नहीं है। स्टेडियम के निर्माण से खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए पुराने शहर में नहीं आना पड़ेगा। स्टेडियम में बैडमिटन, बास्केटबाल, वालीबाल, तीरंदाजी, कुश्ती, कबड्डी सहित कई अन्य खेलों की सुविधाएं मिलेंगी। -खेल स्टेडियम के टेंडर की टेक्निकल बिड की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही टेंर की सभी कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी।