मैनपुरी/नगर संवाददाता: थाना क्षेत्र में विगत 23 फरवरी को मृतक मोतीराम की लाश उसके मकान की छत पर बनी झोपड़ी में मिली थी। जिसके गले पर चोट के निशान थे। वहीँ सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने मृतक मोतीराम पुत्र स्व. महेश्वर सिंह निवासी नगला बरिहार थाना किशनी जनपद मैनपुरी के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीँ पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक मोतीराम की हत्या गला दबाकर होने से सामने आया। वहीँ इस सम्बन्ध में मृतक की मां श्रीमती किताब श्री दिए गए प्रार्थना पात्र के आधार पर थाना में मुकदमा दर्ज किया गया। जिसके बाद थाना पुलिस मामले की विवेचना शुरू कर दी गयी। जिसपर आज थाना पुलिस ने हत्या का खुलासा कर दिया।
बताते चलें कि पूरा मामला जनपद मैनपुरी के थाना किशनी क्षेत्र का है. जहाँ के गाँव नगला बरिहार निवासी मृतक मोतीराम का शव उसी के मकान की छत पर बनी झोपड़ी में 23 फरबरी को मिला था। जिसके बाद थाना पुलिस ने सूचना के बाद मृतक के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जिसके बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मोतीराम की गला दबाकर हत्या होना दर्शाया गया। वहीँ इस पूरे मामले में घटना की तहरीर मृतक की मान किताब श्री ने थाना में दी थी। जिसके बाद थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी। प्राप्त जानकार के अनुसार मृतक मोतीराम की शादी वर्ष 2006 में प्रीती उर्फ भूरी देवी पुत्री रामरतन निवासी ग्राम मुर्चा उर्फ मच्चवार थाना ऊसराहार जनपद इटावा के साथ हुयी थी। शादी के बाद पति पत्नी के बीच मतभेद रहता था। मृतक मोतीराम व् उसके परिवारीजनों को प्रीती का अपरचित व्यक्तियों से सम्बन्ध रखना व फोन पर लम्बी दृ लम्बी बातें करना पसंद नहीं था। जिसके बाद मृतक मोतीराम ने प्रीती से फोन छीनकर एक दो बार तोड़ भी दिया था। जिसकी शिकायत प्रीती ने अपने भाई हेमसिंह उर्फ हेमा व अपने वर्तमान प्रेमी सचिन पुत्र धर्मपाल निवासी ग्राम नगला बरिहार थाना किशनी जनपद मैनपुरी से की थी। जिसके बाद हेमसिंह ने करीब दो माह पूर्व मृतक मोतीराम को जान से मारने की धमकी दी थी। तत्पश्चात तीनों ने मोतीराम को मारने के लिए एक योजना बनाई। वहीँ योजना के अनुसार सचिन ने प्रीती को नींद की कुछ गोलियां लाकर दी। जिन्हें प्रीती ने घर पर बनाए मट्ठे के आलू की सव्जी में मिलाकर अपने ससुर, सास, तहेरे ससुर बटेश्वर सिंह व अपने दोनों बच्चों निशा व गौतम को खिला दी। जिससे वे सभी गहरी नींद में सो गए। उस रात प्रीती अपने पति को लेकर छत पर बनी झोपड़ी में अपने पास परिवार वालों से अलग सुला दिया। मोतीराम को गहरी नींद आ जाने पर अपने प्रेमी सचिन व भाई हेमराज को फोनकर बुला लिया और तीनों ने मिलकर मोतीराम की रस्सी से गला घोंट कर हत्या कर दी। जिसका आज थाना पुलिस ने सफल खुलासा कर दिया और आरोपी प्रीती को बिधुना चैराहा थाना किशनी से गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद थाना पुलिस ने आवश्यक लिखापड़ी के बाद आरोपी प्रीती को जेल भेज दिया। वहीँ दोनों फरार आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। वहीँ गिरफ्तार करने वाली टीम ने थाना प्रभारी अजीत सिंह, वरिष्ट उपनिरीक्षक जैकब फर्नान्डिस, उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह, महिला सिपाही रागिनी मौर्या, सिपाही बंटी सिंह, रतनेश कुमार मौजूद रहे।