मोदीनगर, उत्तर प्रदेश, नगर संवाददाता: मोदीनगर-मुरादनगर में निर्माण पर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) का बाह्य विकास शुल्क कम होने व शमन शुल्क योजना की बहाली पर जीडीए के अधिकारियों ने काम शुरू कर दिया है। जीडीए के ओएसडी संजय कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को तहसील सभागार में बैठक आयोजित हुई। इस दौरान बैंक्वेट हाल संचालकों के अलावा जीडीए के एई, जेई समेत अन्य लोग मौजूद रहे। निर्माण के शत-प्रतिशत नक्शे पास कराने व पूर्व में हुए निर्माण पर शमन शुल्क लगाकर समस्याओं के निस्तारण पर बारीकी से मंथन किया गया। निर्माण कराने में आ रही तमाम समस्याएं भी लोगों ने अधिकारियों के सामने रखीं।
बैठक में संजय कुमार ने कहा कि बाह्य विकास शुल्क कम होने से मोदीनगर-मुरादनगर के लोगों को भारी लाभ होगा। प्रयास है कि निर्माण के लिए लोग अब शत-प्रतिशत नक्शा स्वीकृत कराने की पहल करेंगे। उन्होंने बैठक में मौजूद एई आरके सिंह व जेई से कहा कि मोदीनगर-मुरादनगर के लोगों की जीडीए से जुड़ी समस्याओं का तय समय सीमा में समाधान हो, इसके लिए अधिक से अधिक समय क्षेत्र में गुजारें। एई आरके सिंह ने नक्शा स्वीकृत कराने में पूरी की जाने वाली औपचारिकताओं की सूची की प्रति सभी को उपलब्ध कराई।
बैंक्वेट हाल संचालकों का पक्ष रखते हुए भाजपा नेता डॉ. पवन सिंहल ने नक्शा स्वीकृत कराने में आने वाली समस्याएं रखीं। उन्होंने कहा कि जीडीए अधिकारियों के साथ माह में कम से कम एक बैठक जरूर होनी चाहिए। जीडीए अधिकारियों का सप्ताह में कम से कम एक दिन निश्चित हो, जब वे जनता की समस्या सुनने के लिए मोदीनगर में किसी निश्चित जगह पर मिल सकें। उन्होंने ओएसडी के सामने ग्रीन बेल्ट खत्म कराने की मांग भी रखीं और कहा कि इससे मोदीनगर-मुरादनगर क्षेत्र का और तेजी से विकास होगा। उन्होंने यह भी भरोसा दिया कि बाह्य विकास शुल्क कम होने व शमन शुल्क योजना पर लगी रोक हटने से लोग स्वतः आगे आकर निर्माण की स्वीकृति लेंगे। इससे भ्रष्टाचार में भी काफी हद तक लगाम लगेगी। बैंक्वेट हाल संचालकों की समस्याओं का समाधान कराने की बात भी डॉ. पवन सिंहल ने उनके समक्ष रखी।
आइआइए मोदीनगर के अध्यक्ष मुकेश गर्ग ने कहा कि जीडीए स्वीकृत एक औद्योगिक क्षेत्र भी मोदीनगर में स्थापित होना चाहिए। ओएसडी ने आसान पहुंच के लिए खुद के अलावा एई, जेई के मोबाइल नंबर भी लोगों को उपलब्ध कराए। पूरी बात सुनकर ओएसडी ने आश्वस्त किया कि जीडीए से जुड़ी समस्याओं का आसानी से समाधान हो, इसकी पूरी कोशिश है। उन्होंने नक्शा स्वीकृति में अन्य विभागों की एनओसी से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए सिगल विडो सिस्टम के लिए भी प्रयास करने की बात कही। इस मौके पर सुनील कुमार सिंह, प्रताप सिंह, सतीश, मुकेश, प्रदीप, राकेश आदि मौजूद रहे।