नई दिल्ली, नगर संवाददाता: पुलिस से संपर्क के लिए जरूरी नहीं कि आप सीधे थाने का ही रुख करें या फिर आपके द्वारा मदद की अपील किए जाने के बाद अपने क्षेत्र के पुलिसकर्मी के आने का इंतजार करें। आजकल ऐसी तकनीक मौजूद है कि आप जब चाहें और जहां चाहें पुलिस से संपर्क कर सकते हैं। दिल्ली पुलिस के कई एप ऐसे हैं, जिनकी मदद से आप बड़ी आसानी से पुलिस के संपर्क में चैबीस घंटे रह सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप दिल्ली पुलिस के विभिन्न एप को डाउनलोड का उनका इस्तेमाल करें। यदि इस्तेमाल में कोई दिक्कत हो तो अपने थाना में जाकर पुलिसकर्मी से मदद भी ले सकते हैं।
दिल्ली पुलिस के स्थापना दिवस सप्ताह के दौरान इन दिनों जगह जगह जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस क्रम में बिंदापुर थाना क्षेत्र स्थित उत्तम नगर पूर्व मेट्रो स्टेशन के पास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां द्वारका जिला पुलिस अतिरिक्त उपायुक्त शंकर कुमार चैधरी ने लोगों से संवाद किया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के एप काफी कारगर हैं। आप इन एपों के माध्यम से पुलिस से जुड़े रह सकते हैं। अपनी समस्याओं की जानकारी दे सकते हैं। इतना ही नहीं समस्याओं के समाधान के लिए एप पर सूचना मिलते ही संबंधित पुलिसकर्मी फौरन आपसे संपर्क करने भी आएंगे। संवाद के दौरान उन्होंने खासतौर पर हिम्मत प्लस एप का जिक्र किया जिसकी लोकप्रियता काफी अधिक है। इसके अलावा सिनियर सिटिजन एप, तत्पर एप सहित कई अन्य एप का जिक्र किया।
इस अवसर पर उन्होंने दिल्ली पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न अपराध निवारक कार्यक्रमों का भी जिक्र किया। युवा योजना, संकल्प योजना का विशेष तौर पर जिक्र किया गया। पुलिस की आंख कान योजना भी कार्यक्रम में पुलिसकर्मियों ने जिक्र किया। कार्यक्रम में क्षेत्र की तमाम आरडब्ल्यूए, सिनियर सिटिजन वेलफेयर संस्थाएं, व्यापारी संघ के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा आयोजन स्थल के नजदीक मेट्रो स्टेशन होने के कारण रास्ते से गुजरने वाले हर शख्स ने दो मिनट खड़े होकर दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की बातों को ध्यान से सुना। यहां राजेंद्र जैन, मास्टर जिले सिंह, सुरेंद्र शर्मा, प्रधान वीरपाल भाटी, अनिल सहगल, राकेश मान, राकेश सक्सेना सहित अनेक व्यक्ति उपस्थित थे।
हिम्मत प्लस एप के माध्यम से आपातकालीन परिस्थिति में एसओएस बटन का इस्तेमाल कर न सिर्फ अपने स्वजन बल्कि पुलिस मुख्यालय से भी मदद की मांग कर सकते हैं। एसओएस बटन दबते ही पुलिसकर्मियों व आपके नजदीकी व्यक्तियों को एक अलर्ट मैसेज आएगा। इससे आपके लोकेशन का पता फौरन संबंधित व्यक्तियों को चलेगा जिसके बाद तत्काल आपकी सहायता के लिए पीसीआर वैन पहुंचेगी। इस एप में क्यूआर कोड भी है।
दिल्ली पुलिस की तत्पर एप में भी अनेक सुविधाएं हैं। इसमें संदिग्ध वाहन या शख्स की जानकारी लेना या देना चाहते हैं तो इसके लिए इसमें विकल्प मौजूद है। इसके अलावा किसी वारदात की जानकारी देना चाहते हैं तो इसकी भी सुविधा इस एप में मौजूद है। पुलिसकर्मियों का कहना है कि इस एप में 50 से अधिक सेवाएं सिर्फ एक क्लिक पर मौजूद हैं। इस एप में भी एसओएस बटन की सुविधा है। इसके माध्यम से आप पुलिस नियंत्रण कक्ष से कभी भी संपर्क कर सकते हैं।