मोदीनगर, नगर संवाददाता: कृषि कानून के विरोध में गुरुवार को प्रदर्शनकारी मोदीनगर रेलवे ट्रैक पर बैठे तो यात्रियों की परेशानी बढ़ गई। जिन लोगों ने पहले से ही रिजर्वेशन करा रखा था, उन्हें तीन से चार घंटे तक स्टेशन पर ही बैठे रहना पड़ा। इसके अलावा ट्रेन लेट होने की सूचना पर कई यात्री तो निराश होकर घर लौट गए। अधिकांश लोग अन्य सार्वजनिक वाहनों से अपने गंतव्य तक पहुंचे।
भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर गुरुवार को प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक जाम किया। दोपहर एक से चार बजे तक प्रदर्शनकारी मोदीनगर रेलवे स्टेशन में ट्रैक पर बैठे रहे। इस दौरान वहां से गुजरने वाली ट्रेनों को पीछे ही रोक दिया गया, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई। ट्रेन कई घंटे देरी से स्टेशन पर पहुंची। जिन लोगों को ट्रैक जाम होने की जानकारी नहीं थी, वे ट्रेन के समयानुसार ही स्टेशन पहुंच गए। वहां जाकर उन्हें ज्ञात हुआ कि यहां तो हंगामा चल रहा है। ट्रेन तो पीछे ही रुकी हुई हैं। अब ऐसे में यात्री स्टेशन पर ही बैठे रहे। ट्रैक खाली होने की राह ताकते रहे। दोपहर सवा दो बजे मोदीनगर स्टेशन से अंबाला इंटरसिटी ट्रेन गुजरनी थी, लेकिन ट्रैक जाम होने के चलते ट्रेन को पीछे ही रोक दिया गया। कई यात्री ट्रेन के इंतजार में खड़े रहे। यात्री शिवा कुमार ने बताया कि उन्हें नौकरी के सिलसिले में दिल्ली जाना था, लेकिन स्टेशन जाने पर उन्हें ज्ञात हुआ कि ट्रैक जाम हैं, ट्रेन दो से तीन घंटे लेट होगी। उन्होंने चार दिन पहले ही ट्रेन में रिर्जवेशन करा रखा था, लेकिन ट्रेन लेट होने के कारण वे बस से अपने गतंव्य तक पहुंचे। इसके अलावा विपिन कुमार को भी किसी काम से गाजियाबाद जाना था, लेकिन ट्रेन लेट होने के कारण वे काफी देर तक स्टेशन पर ही बैठे रहे। इनके अतिरिक्त भी कई यात्रियों को ट्रैक जाम होने से परेशानी झेलनी पड़ी।