नोएडा, नगर संवाददाता: शहर में विद्युत उपकेंद्रों को दो लाइनों से जोड़ने का कार्य अधूरा रह गया है। अब निमग ने मार्च 2021 तक शेष उपकेंद्रों को दो लाइनों से जोड़ने का लक्ष्य तय किया है। ताकि गर्मियों में बिजली की मांग बढ़ाने पर लाइन में ट्रिपिंग होने पर दूसरी लाइन से सप्लाई शुरू की जा सके।
विद्युत निगम के सवा तीन लाख उपभोक्ताओं को 33/11 केवी के 80 उपकेंद्रों के माध्यम से बिजली सप्लाई दी जाती है। इन उपकेंद्रों पर 220 केवी और 132 केवी के उपकेंद्रों से बिजली आती है। गर्मियों में बिजली की मांग बढ़ने पर 33 केवी उपकेंद्रों पर आने वाली लाइन ट्रिप हो जाती थी, जिससे उस उपकेंद्र से जुड़े सभी उपभोक्ताओं को बिजली कटौती झेलनी पड़ती थी।
निगम के मुख्य अभियंता वीएन सिंह ने बताया कि उपकेंद्रों पर आने वाली एक लाइन की समस्या के समाधान के लिए उपकेंद्रों को दो लाइनों से जोड़ने का कार्य किया गया, जिससे एक लाइन में ट्रिपिंग होने पर दूसरी लाइन से तत्काल आपूर्ति शुरू की जा सके। इसमें 65 उपकेंद्रों को लाइनों से जोड़ने का कार्य पूरा हो चुका है। शेष 15 उपकेंद्रों को दूसरी लाइन से जोड़ने का कार्य 40 प्रतिशत बाकी रहा है। इस कार्य को दिसंबर 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य किया था। परंतु दिसंबर 2020 तक कार्य पूरा नहीं हो सका। अब शेष कार्य को मार्च 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। उन्होंने बताया वर्ष 2020 में लॉकडाउन की वजह से विद्युत निगम के विकास कार्य रूक गए थे।
उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए बिजली उपकेंद्रों को दो लाइनों से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। मार्च तक सभी उपकेंद्रों को दो लाइनों से जोड़ने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। ताकि उपभोक्ताओं को बेहतर आपूर्ति दी जा सके।