नई दिल्ली, नगर संवाददाता: सीबीआई ने कथित तौर पर एक करोड़ रुपये की घूस लेने के मामले में रविवार को पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) और दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें एक निजी कंपनी को परियोजनाओं के ठेके दिलाने के ऐवज में रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि 1985 बैच के भारतीय रेलवे आभियांत्रिकी सेवा (आईआरईएस) अधिकारी महेंद्र सिंह चैहान को गुवाहाटी के मालीगांव से गिरफ्तार किया गया, वहीं दो अन्य को उत्तराखंड के देहरादून में गिरफ्तार किया गया जहां अधिकारी के निर्देश पर कथित रिश्वत का लेनदेन हुआ था। उन्होंने कहा कि आरोप है कि 58 वर्षीय चैहान ने निजी कंपनी को पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) की अनेक परियोजनाओं के ठेके दिलाने के बदले कथित तौर पर घूस मांगी थी। एनएफआर का मुख्यालय मालीगांव में है। अधिकारियों के अनुसार चैहान ने रिश्वत की राशि कथित तौर पर देहरादून में अपने घर में पहुंचाये जाने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि एजेंसी ने दो लोगों को उत्तराखंड में दबोचा जो कथित तौर पर घूस के लेनदेन में शामिल थे। अधिकारियों ने कहा कि गिरफ्तारियों के फौरन बाद सीबीआई के दलों ने दिल्ली, असम, उत्तराखंड, सिक्किम और एक अन्य राज्य में 21 जगहों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया। सीबीआई ने घूस की रकम और एनएफआर की परियोजनाओं के अनेक ठेकों से जुड़े दस्तावेज बरामद कर लिये हैं।