मोदीनगर, नगर संवाददाता: मोदी स्पीनिंग एंड वीविंग मिल्स कर्मचारी यूनियन के संरक्षक रामआसरे शर्मा ने अवैध रुप से मिल की संपत्ति बेचने का आरोप लगाते हुए एसडीएम आदित्य प्रजापति को ज्ञापन सौंपकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि मोदी कपड़ा मिल सन 1994 से बंद है, उसके बाद से अभी तक कंपनी ने श्रमिकों का हिसाब नहीं किया है। उसके वाबजूद हरियाणा डिस्टलरी के नाम से मोदी क्लाथ मिल की संपत्तियों को बेच रहे हैं। पत्र में कहा गया है जबकि गत वर्ष फरवरी 2020 में लेबर कमिश्नर द्वारा राजपूताना फर्टिलाइजर लिमिटेड द्वारा मोदी क्लॉथ की संपत्ति को बेचे जाने पर रोक लगा रखी है। मुख्यमंत्री के आदेश पर उक्त प्रकरण की जांच चल रही है। जांच रिपोर्ट भी शासन को जा चुकी है। इसके बावजूद भी जनवरी 2021 में कपड़ा मिल क्षेत्र स्थित एक आवास को बेच दिया गया। खरदीदार ने उसको डिस्समेंटल करना भी शुरू कर दिया है। ज्ञापन में डिस्समेंटल की कार्रवाई पर तत्काल रोकने की मांग की है।