मोदीनगर, नगर संवाददाता: कृषि कानून के खिलाफ किसानों ने बृहस्पतिवार को दिल्ली-मेरठ हाईवे पर काजमपुर गेट से लेकर तहसील तक ट्रैक्टर रैली निकाली। इस दौरान हाईवे पर करीब छह किलोमीटर लंबा जाम लग गया। लोगों ने करीब तीन घंटे तक जाम में फंसकर परेशानी का सामना किया। बेहाल लोग सिस्टम को कोसते नजर आए।
काजमपुर, दौसा, अबूपुर, भोजपुर, कलछीना आदि गांवों से सैकड़ों की तादाद में किसान रैली निकालने के लिए ट्रैक्टरों पर सवार होकर काजमपुर गेट पर एकत्र हुए। दिल्ली-मेरठ हाईवे से होते हुए किसान तहसील पहुंचे। जैसे-जैसे ट्रैक्टर आगे बढ़ रहे थे, पीछे जाम और लंबा होता जा रहा था। जब रैली तहसील पहुंची तो पीछे करीब छह किलोमीटर लंबा जाम लग गया। किसानों ने ट्रैक्टरों को तहसील परिसर में खड़ा कर दिया। जिन किसानों को जगह नहीं मिली, उन्होंने अपने ट्रैक्टर तहसील के सामने सड़क पर आड़े-तिरछे खड़े कर दिए। इससे जाम और लंबा होता चला गया। ज्ञापन देने के आधे घंटे बाद किसान ट्रैक्टर लेकर अपने घरों को गए।
इसके बावजूद हाईवे पर एक घंटे में यातायात सुचारु हो पाया। जाम के दौरान लोग परेशान हो गए। राहगीरों के अलावा स्थानीय लोग भी जाम से परेशान नजर आए। कुछ लोग जाम से बचने के लिए गंगनहर पटरी मार्ग से होकर भी गंतव्य तक पहुंचे। इसके अलावा कुछ लोग पहले निकलने के चक्कर में हाईवे पर विपरीत दिशा में आ गए। इससे मेरठ से गाजियाबाद की ओर भी भयंकर जाम लग गया। इस बारे में सीओ मोदीनगर सुनील कुमार सिंह का कहना है कि पुलिस की सक्रियता के चलते यातायात व्यवस्था काफी हद तक नियंत्रण में रही।