गाजियाबाद, नगर संवाददाता: पुरानी पहचान का लाभ उठाते हुए एक दंपत्ति ने कांशीराम योजना में फ्लैट दिलाने के नाम पर एक लाख रुपये हड़प लिए हैं। यहां तक कि आरोपी ने पीड़ित के दस्तावेज दिखा कर बैंक से एक बाइक भी फाइनेंस करा ली है। इस मामले का खुलासा किश्तें जमा नहीं करने पर आए बैंक के नोटिस से हुई। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस में तहरीर दी। वहीं जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो पीड़ित ने अदालत में न्याय की गुहार लगाई है।
अब अदालत के आदेश पर विजय नगर कोतवाली पुलिस ने आरोपी दंपत्ति के खिलाफ धोखाधड़ी अमानत में खयानत और धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पीड़ित संदीप शर्मा ने अदालत में दाखिल अपनी याचिका में बताया है कि उसके पड़ोसी जंगबहादुर की बेटी सविता और उसके पति गिरीश ने मिलकर उसके साथ ठगी की है। पड़ोसी होने के नाते इन दोनों का उनके घर में काफी आना जाना था। 2015 में आरोपियों ने उन्हें बताया कि कांशीराम योजना में फ्लैट तहत फ्लैट मिलने वाले हैं। वह मात्र पचास हजार रुपये में एक फ्लैट दिला देगा। इसके बाद आरोपियों ने उन्हें भरोसे में लेकर दो फ्लैट के लिए एक लाख रुपये ले लिया। कुछ दिन बाद आरोपी ने उन्हें अपने आफिस में दस हजार रुपये महीने के वेतन पर काम पर रख लिया और उनकी आईडी अपने पास रख ली। पीड़ित ने बताया कि छह मार्च 2020 को अचानक उनके पास बैंक से फोन आया कि वह अपनी बाइक की किश्तें नहीं जमा कर रहे हैं। इतना सुनते ही उनके होश उड़ गए। पूछताछ में पता चला कि उनके नाम पर गिरीश ने बाइक फाइनेंस कराई है। उन्होंने जब आरोपी से पूछताछ की तो आरोपी ने उन्हें धमकी देते हुए किश्तें जमा करने से साफ मना कर दिया। यहां तक कि फ्लैट के नाम पर लिए एक लाख रुपये भी डकार गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।