फर्जी दस्तावेजों पर बैंक खाते खोल नौ करोड़ जमा कराए

नई दिल्ली, नगर संवाददाता: आर्थिक अपराध शाखा ने फर्जी कागजातों पर बैंक खाते खोलकर नोटबंदी के दौरान नौ करोड़ रुपये जमा करने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी 35 वर्षीय गौरव सिंघल ने इन रुपयों को विभिन्न माध्यमों से दूसरे खातों में जमा भी किया था। आरोपी दो साल से फरार चल रहा था।

संयुक्त पुलिस आयुक्त ओपी मिश्रा ने बताया कि आयकर अधिकारी राजेश गुप्ता ने आर्थिक अपराध शाखा में शिकायत दी थी, जिसपर एफआईआर दर्ज की गई थी। शिकायत में कहा गया था कि 9 नवंबर 2016 से 31 दिसंबर 2016 के बीच सात बैंक खातों में करोड़ रुपये के लेनदेन हुए हैं। जांच में पाया गया कि सभी बैंक खाते व्यवसायिक फर्म से जुड़े थे और इन सभी का पता शाहदरा के विश्वास नगर में स्थित एक मकान है। यह मकान गौरव सिंघल के नाम पर दर्ज था। बैंक खाते खोलने के लिए फर्जी वोटर आईडी एवं पैन कार्ड का भी इस्तेमाल किया गया था। चार बैंक खातों को खोलने के लिए आरोपी ने राहुल जैन नाम का इस्तेमाल किया था। इन्हीं बैंक खातों में नोटबंदी के दौरान विभन्न स्रोतों से करीब नौ करोड़ रुपये जमा किए गए थे। इन सभी रुपयों को इंटरनेट-मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से ई वॉलेट एवं अन्य खातों में जमा कराकर निकाले गए थे।

संयुक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि आरोपी लगातार अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए ठिकाने बदल रहा था। एसीपी नगीन कौशिक की टीम को मालूम हुआ कि गौरव इन दिनों अपने घर के पास पेइंग गेस्ट के तौर पर रहा है। सूचना के आधार पर गुरुवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।

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