नई दिल्ली, नगर संवाददाता: नगर निगम के बकाए 13,000 करोड़ रुपये के फंड की मांग को लेकर तीनों महापौर सहित निगम नेताओं का मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना चैथे दिन भी जारी रहा। धरने पर बैठे उत्तरी दिल्ली नगर निगम महापौर जयप्रकाश, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के महापौर अनामिका मिथिलेश सिंह और पूर्वी दिल्ली नगर निगम महापौर निर्मल जैन ने आज एक संयुक्त प्रेसवार्ता में कहा कि यह हमारी व्यक्तिगत लड़ाई नहीं, बल्कि दिल्लीवासियों को मूलभूत सुविधाएं देने वाले निगमों के हक की लड़ाई है। हमारा लोकतांत्रिक तरीके से धरना जारी रहेगा, ताकि हम समय पर निगम कर्मचारियों को वेतन दे सकें।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम महापौर जयप्रकाश ने कहा कि निगम के बकाए 13,000 करोड़ रुपये की मांग को लेकर 3 दिन पहले भी निगम का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलने गया, लेकिन उन्होंने समय नहीं दिया। इससे पहले अक्तूबर में भी जब तीनों मेयर ने इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना दिया था तो मुख्यमंत्री की ओर से मंत्री सत्येंद्र जैन ने हमें 10 दिनों में बकाया जारी करने का आश्वासन दिया, लेकिन आज तक बकाया पैसा नहीं दिया गया। हमने मंत्री सत्येंद्र जैन का विश्वास कर अपने धरने को समाप्त कर दिया था लेकिन दिल्ली सरकार ने हमें धोखा दिया। इस बार हम तब नहीं धरना समाप्त करेंगे जब तक निगम को उसके हक का पैसा नहीं मिल जाता है।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम महापौर अनामिका मिथिलेश सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली वासियों का भाई और बेटा बताते हैं, लेकिन पिछले 4 दिनों से ठंड में महिला सहित सभी पार्षद जो उनके घर के बाहर बैठे हैं उनसे मानवता के नाते भी मुख्यमंत्री केजरीवाल बात करने भी नहीं आए।
पूर्वी दिल्ली नगर निगम महापौर निर्मल जैन ने कहा कि हमने हर महीने मुख्यमंत्री केजरीवाल को निगम की आर्थिक स्थिति से अवगत कराया और फंड को जारी करने की मांग के लिए पत्र लिखकर मिलने का समय मांगा लेकिन उनकी ओर से कुछ सकारात्मक जवाब नहीं मिला।