हैदराबाद/नगर संवाददाता : हैदराबाद में एक महिला पशु चिकित्सक से बलात्कार और उसकी हत्या के चारों आरोपियों के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की घटना की जांच कर रही एनएचआरसी की एक टीम ने रविवार को उनके परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की जांच समिति ने मृतका के निकट परिजन को भी सुना।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपियों के परिवार के सदस्यों को नारायणपेट जिले से शहर में लाया गया था और आयोग की टीम ने उनके बयान दर्ज किए। उन्होंने कहा कि टीम से बात करने के बाद महिला पशु चिकित्सक के पिता ने बताया कि उन्होंने (आयोग की टीम ने) हमारी समस्याओं के बारे में और घटना कैसे हुई, इस बारे में पूछा। उन्होंने बताया कि परिवार को टीवी चैनलों से मुठभेड़ की खबर मिली।
इससे पहले पीड़िता की कॉलोनी के कुछ बाशिंदों इलाके में पालथी मारकर बैठ गए और पूछा कि इतने दिनों से एनएचआरसी कहां था। उन्होंने तख्तियां ले रखी थी जिन पर लिखा था, ‘हमें न्याय चाहिए’, ‘लड़कियों का सम्मान करो’ और ‘महिलाओं को बचाओ’।
उन्होंने पूछा कि कथित पुलिस मुठभेड़ की अब जांच कर रहा आयोग नृशंस सामूहिक बलात्कार एवं पीड़िता की हत्या पर चुप क्यों था और इस संस्था ने पिछले 10-12 दिनों में क्या किया है। उन्होंने पूछा कि क्या आम आदमी के मानवाधिकार नहीं हैं? कुछ क्रोधित बाशिंदों ने पूछा कि क्या यह तुरंत है? आम आदमी इस तरह के जवाब की उम्मीद करता है। इसमें क्या गलत है?
आरोपियों के परिजन ने पुलिस कार्रवाई पर रविवार को एक बार फिर से रोष जाहिर किया। एक आरोपी की बहन ने कहा कि पुलिस ने ऐसा दबाव में आकर किया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एनएचआरसी टीम की जांच जारी है। शुक्रवार तड़के हुई ‘मुठभेड़’ को लेकर पुलिस की कार्रवाई के बारे में बहस छिड़ने के एक दिन बाद आयोग ने तथ्य का पता लगाने के लिए एक टीम को भेजा था। टीम ने शनिवार को महबूबनगर जिले के सरकारी अस्पताल के मुर्दाघर का दौरा किया था, जहां पोस्टमॉर्टम के बाद चारों आरोपियों के शवों को रखा गया है।
एनएचआरसी टीम में फॉरेंसिक मेडिसिन के विशेषज्ञ भी शामिल हैं। टीम ने शवों का परीक्षण किया और यहां से 50 किलोमीटर दूर चट्टनपल्ली गांव का भी दौरा किया, जहां 28 नवंबर को एक पुलिया के नीचे से महिला का जला हुआ शव बरामद हुआ था। टीम ने पास में ही स्थित मुठभेड़ स्थल का भी दौरा किया था। शुक्रवार को ‘मुठभेड़’ में 4 आरोपियों के मारे जाने का संज्ञान लेते हुए आयोग ने घटना की जांच के आदेश दिए थे।
एनएचआरसी ने कहा था कि मुठभेड़ चिंता का विषय है और उसकी सावधानी से जांच किए जाने की आवश्यकता है। इसके बाद घटनास्थल पर जाकर मामले के तथ्यों का पता लगाने के लिए 7 सदस्यीय एक दल को तैनात किया गया था। चारों आरोपियों के शवों का महबूबनगर के सरकारी जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम किया गया है और उसकी वीडियोग्राफी की गई।
इस बीच तेलंगाना उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को सरकार को निर्देश दिया था कि वह चारों आरोपियों के शवों को 9 दिसंबर की रात 8 बजे तक सुरक्षित रखे। अदालत सोमवार को मामले की सुनवाई करेगी। चारों आरोपियों को 29 नवंबर को 25 वर्षीय पशु चिकित्सक से बलात्कार करने और उसकी हत्या करने तथा बाद में उसके शव को जलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।