इंदौर/नगर संवाददाता : 3 टेस्ट शतकों में 2 दोहरे शतक ठोंककर भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के लिए इंदौर का होलकर स्टेडियम भले ही हमेशा याद रहे, लेकिन उन्हें इसका मलाल जरूर रहेगा कि वे बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में अपने कप्तान विराट कोहली की मुराद पूरी नहीं कर सके।
14 नवंबर से शुरू हुए पहले टेस्ट मैच में बांग्लादेश की पहली पारी को पहले दिन 150 रनों पर समेटने के बाद भारत की सलामी जोड़ी मयंक अग्रवाल और रोहित शर्मा के रूप में मैदान पर उतरी लेकिन रोहित 6 रन पर ही आउट हो गए। इसके बाद मयंक और चेतेश्वर ने स्कोर को 1 विकेट पर 86 रन तक पहुंचाया।
खेल के दूसरे दिन पुजारा 54ए विराट शून्य पर आउट हो चुके थे। मुश्किल हालात में मयंक और अजिंक्य रहाणे ने मोर्चा संभाला। जैसे ही विकेट सूखा, मयंक भूखे शेर की तरह बांग्लादेश के गेंदबाजों पर टूट पड़े। देखते ही देखते उन्होंने 183 गेंदों पर शतक (101) ठोंक दिया। मयंक ने 32 रनों पर मिले जीवनदान को भरपूर भुनाया।
ड्रेसिंग रूम से विराट ने किया इशारा: 2016 में जिस विकेट पर विराट कोहली ने दोहरा शतक(211) ठोंका था, उसी मैदान पर वे आज शून्य पर आउट हो गए। मयंक ने जैसे ही शतक पूरा कर बल्ला ड्रेसिंग रूम की तरफ करके विराट को यह शतक समर्पित किया, वैसे ही भारतीय कप्तान ने उन्हें 2 अंगुलियों का इशारा किया यानी तुम्हें दोहरा शतक बनाना है।
मयंक ने विराट को निराश नहीं किया: जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ रहा था, वैसे-वैसे मयंक अग्रवाल बांग्लादेश की कमजोर गेंदबाजी के खिलाफ आक्रामक होते जा रहे थे। वैसे भी विकेट पाटा हो चुका था, जहां गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिल रही थी।
मयंक 196 के निजी स्कोर पर पहुंच चुके थे। भारतीय ड्रेसिंग रूम में धड़कनें बढ़ती जा रही थीं। मयंक ने अपने शानदार फुटवर्क का नजारा पेश करते हुए फ्रंट फुट पर आकर छक्के के साथ दोहरा शतक पूरा किया। उनका यह दोहरा शतक 303 गेंदों में पूरा हुआ। इसी मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे में वीरेंद्र सहवाग ने भी छक्के के साथ पहला दोहरा शतक जड़ा था।
विराट की मुराद पूरी नहीं कर सके मयंक: मयंक अग्रवाल ने जैसे ही दोहरा शतक जड़ा, विराट कोहली ने उन्हें अंगुलियों से इशारा किया कि इस दोहरे शतक को तिहरे शतक में बदलो। खेल के तीसरे सत्र में मयंक के बल्ले से यह दोहरा शतक निकला था।
वे टेस्ट मैच में वनडे जैसी बल्लेबाजी करके दर्शकों को रोमांचित कर रहे थे। तेज गति से रन बनाने के फेर में मयंक 243 रनों के निजी स्कोर पर मेंहदी हसन की गेंद पर छक्का लगाने के प्रयास में सीमा रेखा पर अबु जायद द्वारा लपक लिए गए। मयंक को बिलकुल भी नहीं उम्मीद थी कि अबु वह कैच लपक लेंगे। उन्हें ताउम्र इस बात का मलाल रहेगा कि वे कप्तान विराट की ‘तिहरे शतक’ लगाने की मुराद पूरी नहीं कर सके।
भारत ड्राइविंग सीट पर: पहले टेस्ट मैच में भारत ड्राइविंग सीट पर बैठ गया है। दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ने 4 विकेट खोकर 493 रन बना लिए हैं और उसकी कुल बढ़तक 343 रनों की हो गई है। रवींद्र जडेजा 60 और उमेश यादव 10 गेंद पर 25 रन के स्कोर पर नाबाद हैं। बांग्लादेश की पहली पारी 150 रनों पर सिमटी थी। संभवतः टेस्ट मैच का फैसला शनिवार को तीसरे दिन हो जाए।