पंचकुला/नगर संवाददाता : डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की करीबी और राजदार हनीप्रीत 2 साल 1 महीने 2 दिन के बाद बुधवार को जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा हो गई। पिछले शनिवार को यहां एक अन्य अदालत ने हिंसा के संबंध में उसके खिलाफ राजद्रोह के आरोप भी हटा दिए थे क्योंकि पुलिस आरोपों को साबित नहीं कर सकी थी।
अब कयास लगाए जा रहे हैं कि हनीप्रीत अपने प्यारे ‘पापा’ के डेरे की गद्दी को संभाल सकती हैं। गुरमीत राम रहीम भी हनीप्रीत को अपनी दत्तक पुत्री मानता है। वह राम रहीम के साथ साए की तरह रहती थी।
डेरे के हर कार्यक्रम, फिल्मों के प्रमोशन में हनीप्रीत राम रहीम के साथ खड़ी दिखाई देती थी। 25 अगस्त 2017 को राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद पंचकुला में हिंसा की घटनाएं हुई थीं।
हिंसा की इन घटनाओं में 36 लोगों की जान गई थी। हिंसा की साजिश के साथ ही हनीप्रीति के साथ ही 15 अन्य लोगों पर राजद्रोह जैसे संगीन आरोप लगे थे। करीब 38 दिन तक फरार रहने बाद हनीप्रीत पुलिस की गिरफ्त में आई थी। हनीप्रीत का असली नाम प्रियंका तनेजा है। बाबा ने गिरफ्तारी के बाद हनीप्रीत को साथ रखने की बात कही थी। 2009 में बाबा ने हनीप्रीत को गोद लिया था।
क्या संभालेगी डेरे की कमान: हनीप्रीत की रिहाई के बाद डेरे की संगत भी खुश है। राम रहीम के अनुयायियों का कहना है कि हनीप्रीत की तरह ही राम रहीम भी जेल से रिहा हो जाएंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि राम रहीम के जेल जाने के बाद अलग.थलग पड़े डेरे की कमान हनीप्रीत संभाल सकती है। राम रहीम अपने परिवार के सदस्यों से ज्यादा हनीप्रीत पर विश्वास करता था। बलात्कार और हत्या के आरोप में गिरफ्तारी के समय भी हनीप्रीत अपने प्यारे ‘पापा’ के साथ रही।
चकाचौंध और ग्लैमर की दुनिया से जेल की काल-कोठरी: बाबा राम रहीम के डेरे में हनीप्रीत एक राजकुमारी की तरह रहती थी। उसका डेरे में सिक्का चलता था। वह राम रहीम के साथ हर मंच पर दिखाई देती थी। राम रहीम ने जो फिल्में बनाईए उनमें में हनीप्रीत बाबा के साथ मुख्य भूमिकाओं में थी। राम रहीम भी हनीप्रीत की हर बात को मानता था।