चंडीगढ़/नगर संवाददाता : हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम से इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) को बड़ा झटका लगा है और पूर्व उपप्रधानमंत्री देवी लाल द्वारा गठित इस पार्टी का यह अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला को छोड़कर 80 से ज्यादा उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा। अभय सिंह चौटाला को सिरसा जिले की ऐलनाबाद सीट पर जीत हासिल हुई है। 21 अक्टूबर को हुए चुनाव से कुछ दिन पहले इनेलो ने शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के साथ गठबंधन किया था लेकिन शिअद भी 3 सीटों में से 1 पर भी जीत हासिल नहीं कर सका।
इनेलो का यह प्रदर्शन अब तक का सबसे बुरा प्रदर्शन है और पार्टी का वोट प्रतिशत 2014 में 24.11 के मुकाबले 2019 में 2.45 प्रतिशत रह गया। चौटाला परिवार में दरार के बाद पार्टी अजय और अभय चौटाला में बंट गई थी। ये दोनों इनेलो अध्यक्ष और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के बेटे हैं। अजय फिलहाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में अपने पिता के साथ जेल में बंद हैं। अजय चौटाला के बेटे दुष्यंत चौटाला ने कुछ समय पहले ही जननायक जनता पार्टी की स्थापना की थी।