मुंबई/नगर संवाददाता : चंडीगढ़। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना गठबंधन विधानसभा चुनाव में अपनी सत्ता बरकरार रखने में कामयाब हो गया। हरियाणा के मतदाताओं ने भाजपा को सबसे बड़ा दल बनाने के बावजूद त्रिशंकु विधानसभा का जनादेश दिया। हरियाणा में अब सरकार बनाने की चाबी दुष्यंत चौटाला नीत जजपा और निर्दलीयों के हाथों में आ गई है। भाजपा संसदीय बोर्ड ने महाराष्ट्र और हरियाणा में सरकार बनाने की जिम्मेदारी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सौंपी है। बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला लिया गया कि मनोहर लाल खट्टर और देवेंद्र फडणवीस ही मुख्यमंत्री होंगे।
महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने 161 सीटें जीती हैं। कांग्रेस-एनसीपी ने 98 और अन्य ने 29 सीटें जीती हैं। हरियाणा में भाजपा 40 और कांग्रेस 31 सीटें, जेजेपी ने 10 और अन्य के खाते में 9 सीटें गई हैं। भाजपा निर्दलीयों के दम पर सरकार बनाने का दावा कर रही है। जीतने वाले 7 निर्दलीयों में 5 भाजपा के बागी हैं और पार्टी का दावा है कि ये वापस आ सकते हैं।
पीएम ने जनता का किया धन्यवाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने हरियाणा और महाराष्ट्र की जनता को धन्यवाद दिया। मोदी ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्रियों की टीम की ईमानदारी पर जनता ने भरोसा जताया। मोदी ने हरियाणा में पार्टी के प्रदर्शन को ‘अभूतपूर्व’ करार देते हुए कहा कि पार्टी ने 2014 के 33 फीसदी के मुकाबले अपने मत प्रतिशत में इजाफा कर इस बार इसे 36 प्रतिशत तक पहुंचाया है।
क्या है हरियाणा का समीकरण: 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 46 है। भाजपा 40 सीटों के आंकड़े पर है। पार्टी ने निर्दलीयों के दम पर सत्ता बनाने का दावा किया है। 7 निर्दलीयों में से 5 भाजपा के बागी हैं। भाजपा का दावा है कि ये सभी वापस आ रहे हैं। इसके अलावा हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा ने भाजपा को समर्थन देने की घोषणा की है। भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल 2 विधायकों को लेकर दिल्ली रवाना हुईं। इनमें गोपाल कांडा के अलावा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री देवीलाल के बेटे रणवीर सिंह भी शामिल हैं। रणवीर कांग्रेस में थे, टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव जीते हैं।
खट्टर आज सौंपेगे इस्तीफा: हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर शुक्रवार को हरियाणा के राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। वे सुबह 9.30 बजे राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से मिलेंगे और अपना इस्तीफा सौंपेंगे। इस्तीफा सौंपने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री दिल्ली के लिए रवाना होंगे। दिल्ली में निर्दलीय विधायकों और केंद्रीय नेताओं से मुलाकात करेंगे।
जजपा ने जीती 10 सीटें: अभय चौटाला की इनेलो से अलग होकर उनके भतीजे दुष्यंत चौटाला ने 10 महीने पहले जननायक जनता पार्टी (जजपा) बनाई। इस विधानसभा चुनाव में उसे 10 सीटें मिली हैं।
कांग्रेस नहीं खोलेगी पत्ते: हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा की तस्वीर सामने आने के बाद भाजपा की ओर से सरकार बनाने की कवायद शुरू होने के बाद कांग्रेस पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और फिलहाल अपने पत्ते नहीं खोलेगी।
सूत्रों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक से दिल्ली पहुंच गए हैं और उनकी आज देर रात या शुक्रवार सुबह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अहमद पटेल और गुलाम नबी आजाद से मुलाकात हो सकती है। हुड्डा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात करेंगे।
सत्ता में 50 प्रतिशत की भागीदारी: महाराष्ट्र चुनाव परिणाम के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को संकेत दिए हैं कि अब वे 50-50 फॉर्मूले से कम पर किसी भी सूरत में नहीं मानेंगे। उन्होंने कहा कि अबकी बार भाजपा का प्रस्ताव नहीं मानेंगे।
शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर 50-50 का फॉर्मूला तय था और शिवसेना इस पर झुकेगी नहीं। भाजपा के साथ पॉवर शेयरिंग तय थी। उन्होंने मुख्यमंत्री पद से जुड़े सवाल पर कहा कि मुख्यमंत्री कौन होगाए यह महत्वपूर्ण सवाल है।