भोपाल/नगर संवाददाता : भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस में पिछले एक पखवाड़े से जो सियासी वॉर चल रहा था वह अब लगभग खत्म होने के दौर में है। पार्टी हाईकमान सोनिया गांधी के सीधे दखल के बाद अब पार्टी में बड़े नेताओं के बीच सीजफायर हो गया है। पार्टी से जुड़े सूत्र बताते है कि प्रदेश कांग्रेस में जिस तरह पिछले कई दिनों से अनुशासन को ताक पर रखकर बयानबाजी हो रही थी उससे सोनिया गांधी काफी नाराज है और उन्होंने पार्टी के नेताओं को फौरन बयानबाजी बंद कर पार्टी फोरम में अपनी बात रखने की बात कही है।
पार्टी हाईकमान ने सूबे के मुख्यमंत्री कमलनाथ और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया को तलब किया। सोनिया गांधी से होने वाली इस मुलाकात में मुख्यमंत्री कमलनाथ सोनिया गांधी को दिग्विजय और उमंग सिंघार विवाद की पूरी रिपोर्ट देंगे। पार्टी हाईकमान से मिलने से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार रात दिल्ली में सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल से मुलाकात कर उनको पूरी स्थिति की जानकारी दी।
सिंघार पर कार्रवाई की तलवारः
पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री उमंग सिंघार पर अब कार्रवाई की तलवार लटक रही है। पार्टी आलाकमान के दखल के बाद अब सिंघार पर पार्टी संगठन और सरकार के स्तर पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है। मंत्री उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर जिस तरह आरोप लगाए और पार्टी आलाकमान को पत्र लिखा उसे अनुशासनहीनता मानते हुए पूरे मामले को पार्टी अनुशासन समिति को सौंप जा सकता है। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात कर अपनी सफाई दी थी। शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि अब इस मामले पर निर्णय मुख्यमंत्री कमलनाथ और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लेना है।
कांग्रेस की इस पूरी सियासत को करीब से देखने वाले मध्य प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर राकेश पाठक कहते हैं कि अब जब पूरे मामले को जब पार्टी हाईकमान सोनिया गांधी ने अपने संज्ञान में ले लिया है तब अब इस मामले का पटाक्षेप हो सकता है। डॉक्टर राकेश पाठक कहते हैं कि इन दिनों कांग्रेस में जो कुछ भी चल रहा है उसे किसी भी तरीके से ठीक नहीं कहा जा सकता है और इसका सीधा पार्टी के उन कार्यकर्ताओं पर पड़ेगा जिन्होंने विधानसभा चुनाव में कड़ी मेहनत से प्रदेश में सरकार बनाई थी। वेबदुनिया से बातचीत में डॉक्टर राकेश पाठक कहते हैं कि कांग्रेस में बयानबाजी और गुटबाजी कोई नई बात नहीं है लेकिन इस बार जिस तरह सरकार में बैठे एक मंत्री ने सीधे प्रदेश में सबसे बड़े नेता पर गंभीर आरोप लगाए उसके बाद अब उन पर कार्रवाई की संभावना बढ़ गई है।
प्रदेश अध्यक्ष पर फैसला जल्द: प्रदेश में नए पीसीसी चीफ के नाम पर भी अब पार्टी हाईकमान सोनिया गांधी जल्द निर्णय ले सकती है। सियासत के जानकार बताते हैं कि जल्द ही पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है। शनिवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री कमलनाथ की पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से होने वाली मुलाकात में इस पर कोई आखिरी फैसला हो सकता है।