दिल्ली/नगर संवददाता : नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत नहीं मिली तो सीबीआई और ईडी उन्हें गिरफ्तार करने के लिए उनके निवास पर पहुंचे. लेकिन वे नहीं मिले। चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट में गिरफ्तारी से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन उन्हें वहां भी राहत नहीं मिली। इस बीच, सोशल मीडिया पर उनका खूब मजाक बनाया जा रहा है।
रोहित सरदाना ने ट्विटर पर लिखा कि साल 2010 में पी. चिदम्बरम गृहमंत्री थे। सीबीआई ने सोहराबुद्दीन शेख़ एनकाउंटर मामले में अमित शाह को जेल में डाला था। साल 2019 में अमित शाह गृहमंत्री हैं। सीबीआई पी. चिदम्बरम को जेल में डालने के लिए घर के दरवाज़े पर खड़ी है। समय का फेर।
इसी तरह अनुराग मुस्कान नामक ट्विटर हैंडल पर लिखा गया कि चिदंबरम जब पूछते थे कि विजय माल्या कैसे भागा। नीरव मोदी कैसे भागा। मेहुल चौकसी कैसे भागाघ् तो लगता था कि वो सरकार से सवाल पूछ रहे हैं। तब किसे पता था कि वो सवाल नहीं बल्कि भागने का तरीका पूछ रहे हैं।
योगेश अग्रवाल नामक ट्विटर हैंडल पर लिखा गया. मोदी है तो मुमकिन है, लेकिन अगर अमित शाह है तो कन्फर्म है। भाग चिदंबरम भाग…।
रंजन सिंह राजपूत नामक व्यक्ति ने लिखा. हमेशा गुंडे बदमाश भागते थे। आज पूर्व वित्तमंत्री ही भाग गए, मतलब देश सही हाथों में है।
अभय कश्यप ने लिखा कि आज चिदंबरम भागे भागे फिर रहे हैं। क्योंकि पता है सबको कि अबकी बार मोदी सरकार किसी को जीने भी नहीं देगी। चोरी-चकारी करने वाले को तो और भी नहीं। वहीं सरदाना के ट्वीट के जवाब में सुजीत सिंह ने लिखा कि उस समय का विलन आज का हीरो बना है। वैसे सोहराबुद्दीन को किसी ने नहीं मारा, ना ही जज लोया को किसी ने मारा, ना ही गोधरा कांड हुआ था,
सब कांग्रेस के द्वारा फैलाया गया झूठ था।