दिल्ली/नगर संवददाता : नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी भी सोमवार को राजधानी दिल्ली के एम्स में भर्ती पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली का हालचाल लेने पहुंचे। जेटली की हाल बेहद नाजुक बनी हुई है।
गौरतलब है कि जेटली (66) को सांस लेने में परेशानी और बेचैनी होने के बाद उन्हें 9 अगस्त को अस्पताल में भर्ती किया गया था। जेटली की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है, उन्हें वेंटीलेटर से हटाकर इसीएमओ (एक्सट्रॉकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन) और इसीएमओ (इंट्रा-एओर्टिक बैलून पंप) सपोर्ट पर रखा गया है।
जब मरीज को वेंटीलेटर से फायदा नहीं होता तो उसे इसीएमओ पर रखा जाता है। इस सिस्टम के जरिए मरीज के शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाई जाती है।
क्या होता है इसीएमओ : ईसीएमओ पर मरीज को तभी रखा जाता है, जब दिल और फेफड़े ठीक से काम नहीं करते और वेंटीलेटर का भी फायदा नहीं हो रहा होता है।
इस पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, बसपा प्रमुख मायावती, शरद यादव समेत कई पक्ष-विपक्ष के नेता एम्स जाकर जेटली का हालचाल जान चुके हैं।