लखनऊ, उत्तर प्रदेश/नगर संवाददाताः रविवार को करीब दस लाख के जेवरात लेकर नवाबगंज को निकले लखनऊ के सर्राफ की लूटपाट के बाद हत्या करके शव फेंके जाने की वारदात से सनसनी फैल गई है। अजगैन पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना पर मंगलवार को मुर्तजानगर नहर से बक्से में बंद शव बरामद करके लखनऊ पुलिस को सूचना दी। करीब पौन घंटे बाद पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे परिजन शव की पहचान करके बिलख उठे। मूलत: पंजाब के अमृतसर निवासी सर्राफ कुलदीप सिंह (58) वर्तमान में लखनऊ कृष्णानगर में किराये का कमरा लेकर परिवार के साथ रहते थे। करीब 20 साल से वह पंजाब से नाक में पहनी जाने वाली कील खरीदकर उन्नाव के नवाबगंज में सराफा कारोबारियों को बेचते थे। कारोबार के सिलसिले में उनका अक्सर उन्नाव आना जाना रहता था। 14 सितंबर को वह अपने बेटे जसप्रीत के साथ लखनऊ आए थे। जसप्रीत के अनुसार रविवार सुबह 11 बजे वह करीब 10 लाख कीमत की नाक की कील लेकर डिलीवरी देने के लिए नवाबगंज के लिए निकले थे। आधा घंटा बाद उनका मोबाइल स्विच आॅफ हो गया। बेटे द्वारा लगातार मोबाइल नंबर मिलाया गया पर संपर्क नहीं हो पाया। संभावित जगहों पर तलाश के बाद पता न चलने पर सोमवार शाम को कृष्णानगर थाना में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई। पुलिस ने उसके बाद कुलदीप का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगा जांच शुरू कर दी। मंगलवार दोपहर अजगैन के मुर्तजानगर नहर के आगे सरांय कटियान गांव के पास ग्रामीणों ने नहर के किनारे की ओर एक बक्सा पड़ा देखा। बक्से को संदिग्ध देख पुलिस को जानकारी दी गई। अजगैन इंस्पेक्टर संतोष तिवारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और बक्सा बाहर निकलवाया। जैसे ही बक्से को खोला गया उसमें अधेड़ का शव देख सभी के पैरों तले से जमीन खिसक गई। पुलिस अभी शव की पहचान के लिए मशक्कत शुरू करती, वायरलेस सेट पर लखनऊ कंट्रोल रूम से सर्राफ कुलदीप के लापता होने का मैसेज पास हुआ। जिस पर इंस्पेक्टर ने कृष्णानगर थाने से संपर्क किया। वहां से पता चला कि सोमवार को कुलदीप के लापता होने की गुमशुदगी उसके बेटे द्वारा दर्ज कराई गई थी। करीब पौन घंटे बाद कृष्णानगर पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे परिजन शव की पहचान कर बदहवास हो गए। उधर पुलिस ने घटना की जांच के लिए फारेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया। इंस्पेक्टर अजगैन संतोष तिवारी की मानें तो सर्राफ कुलदीप के सिर और चेहरे पर किसी वजनी चीज से हमला कर हत्या की गई। तलाशी के दौरान उसकी जेब से 8-10 नाक की कील, चाबी अौर बीड़ी का बंडल मिला। लखनऊ थाने के दारोगा अवनीश ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की है। अजगैन और लखनऊ की कृष्णानगर थाना पुलिस ने अंदेशा जताया कि हत्यारा सर्राफ कुलदीप का बेहद करीबी जान पड़ता है, जिसको पता था कि वह अपने साथ लाखों कीमत की कील लेकर नवाबगंज के लिए निकले हैं। उसने पूर्व योजना के तहत हत्या की और लूटपाट के बाद शव बक्से में भरकर यहां फेंक दिया। कुलदीप के मोबाइल नंबर की काल डिटेल को पुलिस ने खंगालना शुरू कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सर्राफ कुलदीप करीब 20 साल से यहां कारोबार कर रहे थे। स्थानीय कारोबारियों से उनके इतने घनिष्ठ संबंध थे कि उनकी बेटी की शादी में कई लोग अमृतसर पहुंचे थे। बेटे जसप्रीत के मुताबिक पिता बस से नवाबगंज को निकले थे। वह रविवार की शाम नवाबगंज किसी सर्राफ के यहां पहुंचे कि नहीं, यदि पहुंचे तो उनकी लूटपाट के बाद यहीं हत्या करके शव को फेंका गया। पुलिस घटना से जुड़े एेसे सभी पहलू पर जांच कर रही है। क्राइम ब्रांच और अजगैन पुलिस ने देर शाम तक अलग अलग लोगों से हुई पूछताछ और सर्विलांस की मदद के बाद नवाबगंज के एक सराफा कारोबारी को उठाया है। उससे पूछताछ के बाद मलाव, नवाबगंज निवासी तीन अन्य लोगों को उठाया गया है। एसओ अजगैन संतोष तिवारी ने अभी कुछ कहने से इंकार किया है।