गोंड़ा, उत्तर प्रदेश/श्याम बाबूः विकास कार्यक्रमों की मासिक समीक्षा बैठक में डीएम आशुतोष निरंजन ने विकास एवं जन कल्याणकारी कार्यक्रमों में लापरवाह कई अधिकारियों को जमकर फटकार लगाते हुए सुधर जाने की नसीहत दी है। उन्होने स्पष्ट कर दिया कि सरकार की मंशानुरूप विकास कार्यक्रमों में पूरी पारदर्शिता के साथ-साथ तेजी से कार्य कराने के निर्देश शासन से प्राप्त हुए हैं। इसलिए सभी अधिकारी विकास कार्यक्रमों में व्यक्तिगत रूचि लेते हुए गुणवत्तापरक कार्य कराना सुनिश्चित करें साथ ही जनपद के समस्त निर्माणाधीन पुलों का निर्माण कार्य बरसात के पूर्व हर हाल में पूर्ण कराने सख्त निर्देश दिए गए हैं। डीएम श्री निरंजन ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सभी विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर कड़े निर्देश दिए हैं। समीक्षा के दौरान विकासपरक एवं जनकल्याणकारी कार्यक्रमों में फिसड्डी कई अधिकारियों को जिलाधिकारी ने जमकर फटकार लगाई है। विद्युतीकरण की धीमी गति पर दोनों अधिशासी अभियन्ताओं, स्वच्छ भारत अभियान के तहत ओडीएफ गांवों में प्रगति न होने पर डीपीआरओ, जननी सुरक्षा योजना में पीछे रहने पर सीएमओ तथा निर्माण कार्यों में निर्धारित लक्ष्य के भीतर कार्य पूर्ण न कराने पर कार्यदायी संस्था सीएण्डडीएस, पैक्सफेड, समाज कल्याण निर्माण निगम, राजकीय निर्माण निगम, सेतु निगम के परियोजना प्रबन्धकों को डीएम ने फटकार लगाई है और युद्धस्तर स्तर कार्य कराने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने पचास लाख से अधिक निर्माण कार्यों, मण्डी द्वारा कराए गए निर्माण कार्यों, राम मनोहर लोहिया गांवों में कराए गए कार्यों, अब तक कराए विद्यतुीकरण कार्यों,तालाबों के जीर्णोद्धार, आंगनवाड़ी केन्द्रों के निर्माण, नेडा द्वारा लगवाई गई सोलर लाइटों, पशुपालन विभाग द्वारा कराए कृत्रिम गर्भाधान, लोहिया आवासों की किस्तों एवं निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन, पाइप्ड पेयजल योजनाओं, राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के रिवाल्विगं फण्डों एवं गठित समूहों की वर्तमान स्थिति आदि की गहन समीक्षा की और कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। टीकाकरण के सम्बन्ध में डीएम ने स्पेशल अभियान चलाने हेतु दो दिन के भीतर वृहद कार्ययोजना तैयार करके प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। निर्माण कार्यों की समीक्षा में ज्ञात हुआ कि कार्यदाई संस्था सीएण्डडीएस के परियोजना प्रबन्धक को कड़ी फटकार लगाई है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत ओडीएफ करने हेतु चयनित जनपद की 66 ग्रामपंचायतों के सापेक्ष ओडीएफ की गति धीमी होने पर डीआरओ का चेतावनी दी है।