नैनीताल, उत्तराखंड/नगर संवाददाताः रामनगर के तराई पश्चिम वन प्रभाग के बैलपड़ाव रेंज में एक बाघ ने दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया। बाघ अभी भी दोनों शवों के पास बैठा हुआ है। वनकर्मी उसके पास जाने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं। बैलपड़ाव क्षेत्र के कादिराबाद गांव निवासी भगवती (33 वर्ष) कुछ महिलाओं के साथ सुबह करीब नौ बजे जंगल में लकड़ी बिनने गई थी। बाघ ने पीछे से भगवती पर हमला कर दिया और उसे घसीट ले गया। उसके साथ गई महिलाओं ने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी तो वे ढोल-नगाड़े बजाते हुए जंगल की ओर दौड़े। ताकि उसकी आवाज सुनकर बाघ भाग जाए। इसी बीच बाघ ने उन ग्रामीणों पर भी हमला बोल दिया और गांव के लखपत को घसीट ले गया। बाघ के हमले से दहशत में आए ग्रामीण वहां से भाग खड़े हुए। इसकी सूचना के बाद वनकर्मी बंद जेसीबी लेकर मौके पर पहुंचे तो बाघ ने उनपर भी हमले की कोशिश की, जिसके बाद वे वापस लौट आए। बताया जा रहा है कि बाघ घायल है और काफी गुस्से में है। इसीलिए वनकर्मी भी मौके पर जाने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं। फिलहाल वनकर्मी घटनास्थल के आसपास जुटे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दे रहे हैं और ऑपरेशन की रणनीति तैयार कर रहे हैं।