नई दिल्ली/नगर संवाददाताः आज देशभर में धूमधाम से और अपार श्रद्धा के साथ रविदास जयंती मनाई जा रही है। पीएम ने भी देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि संत रविदास के संदेश आज भी प्रासंगिक हैं। इस मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी देशवासियों को रविदास जयंती की शुभकामनाएं दी हैं। राष्ट्रपति ने बधाई संदेश में कहा है कि गुरु रविदास जी की जंयती के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। रविदास एक महान मानवतावादी और धर्म सुधारक संत थे। उन्होंने अपना जीवन जातिविहीन और भेदभाव रहित समाज के निर्माण में लगाया। वे आध्यात्मिक बुद्धिमता के प्रतीक थे और समानता में विश्वास रखते थे। हमें गुरु रविदास जी के जीवन और शिक्षाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए और विश्व बंधुत्व तथा समानता पर आधारित समाज का लक्ष्य हासिल करने के लिए मजबूत प्रयास करने चाहिए। संत रविदास को रैदास नाम से जाना जाता था। भारत की मध्ययुगीन संत परंपरा में रविदास का महत्त्वपूर्ण स्थान रहा है। इनका जन्म वाराणसी के पास एक गाँव में सन 1398 में हुआ था।रविवार के दिन जन्म होने के कारण इनका नाम रविदास रखा गया। रविदास जी को रामानन्द का शिष्य माना जाता है। उन्होंने समाज में फैली छुआ-छूत, ऊँच-नीच आदि सामाजिक बुराइयों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।संत रविदास की भक्ति से प्रभावित भक्त भारी संख्या में देश के हर हिस्से में मिलते हैं। संत रविदास के आदर्शों और उपदेशों को मानने वाले ‘रैदास पंथी’ कहलाते हैं।