अलीगढ़, उत्तर प्रदेश/नीरज कुमारः करीब ढाई महीने से लापता जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र नजीब अहमद के लिए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र सड़कों पर निकल आए हैं। हर तरफ वी वांट जस्टिस, औऱ नजीब..नजीब के नारे लगाए जा रहे हैं। एएमयू के छात्र नजीब अहमद को खोजने में असफल मोदी सरकार औऱ केंद्र की दिल्ली पुलिस के व्यवहार को लेकर गुस्सें में हैं। इसलिए मोदी सरकार हाय,हाय और दिल्ली पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैँ। 31 दिसंबर रेल रोको आंदोलन पर निकले छात्रों ने पुलिस के मजबूत पेहरे को तोड़ते हुए चर्च गेट पर पहुंचे। जहां मौजूद पुलिस औऱ पीएसी बलों ने छात्रों पर लाठीचार्ज कर दी। इस लाठीचार्ज में एएमयूएसयू के उपाध्यक्ष नदीम अहमद के घायल होने की खबरें आ रही हैँ। इस मामले में एमएमयू से ग्रेजुएशन कर रहे शरजील उस्मानी नेबोलता हिंदुस्तान को बताया कि इस आन्दोलन को रोकने के लिए पुलिस ने एमएमयू के गेट के पास और अलीगढ़ जंक्शन के करीब लाल डिग्गी इलाके में पुलिस ने बैरिकेड लगाया हुआ था और पीएससी भी तैनात की गई थी। लेकिन एमएमयू के गेट के पास लगे बैरिकेड को पार कर जब हम लाल डिग्गी पहुंचे तो आन्दोलन में शामिल छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दी जिसमे कई छात्रों के सिर में गंभीर चोटें आई हैं और इलाज के लिए उन्हें एएमयू के जवाहर लाल नेहरु मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है। शरजील उस्मानी ने आगे बताया कि पुलिस ने आन्दोलन कर रहे करीब चार सौ छात्रों को हिरासत में भी लिया है। जिसमे एएमयूएसयू प्रेसिडेंट और वाइस प्रेसिडेंट भी शामिल हैं। आपको बता दें कि एएमयू के छात्रों की मांग ऩजीब अहमद की सुरक्षित वापसी है। जिसको लेकर छात्र रेल रोको आंदोलन करने जा रहे है।