लंदन। अगर आप चिरयुवा दिखना चाहते हैं तो इंतजार की घड़ियां पूरी होने वाली हैं। पांच सालों में बाजार में ऐसी दवा उपलब्ध होगी, जो उम्र की रफ्तार को थामने का काम करेगी। दरअसल वैज्ञानिकों ने ऐसे एंजाइम की पहचान कर ली है जो मांसपेशियों को कमजोर करने के साथ उम्र जनित समस्याएं पैदा करता है।
बर्मिंघम विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का मानना है कि इस एंजाइम को काबू कर बढ़ती उम्र से जुड़ी समस्याओं को रोका जा सकता है। शोधकर्ताओं ने 11 बीटा-एचएसडी1 नाम के एंजाइम की भूमिका को समझने की कोशिश की है। इसमें उन्हें महत्वपूर्ण सफलता भी मिली है। यही वो एंजाइम है जो बढ़ती उम्र के साथ कमजोरी के प्रभाव पैदा करता है, जिसमें सार्कोपेनिया यानि मांसपेशियों का क्षय भी शामिल है।
शोधकर्ता वैज्ञानिकों का दावा है कि बढ़ती उम्र की रफ्तार को कम करने वाली दवा अगले पांच सालों में आम लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगी। इस क्लीनिकल शोध के दौरान 20 से 80 उम्र के बीच के 134 स्वस्थ कार्यकर्ताओं पर शारीरिक और बायोकेमिकल परीक्षण किए गए।