बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पड़ोसी देशों के साथ करीबी संबंधों पर जोर दिया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि वे सभी पड़ोसियों के साथ मैत्री व सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार हैं। उनके अनुसार, इससे द्विपक्षीय संबंधों के विकास के साथ-साथ क्षेत्र में स्थिरता व खुशहाली को मजबूती मिलेगी।
हेन्नान में चीन प्रायोजित बोआओ फोरम फॉर एशिया के वार्षिक सम्मेलन में उन्होंने बताया कि चीन आठ पड़ोसी देशों के साथ मैत्री संधि पर हस्ताक्षर कर चुका है और अब आसियान देशों के साथ इस संबंध में चर्चा कर रहा है।
पुरानी चीनी कहावत नजदीकी पड़ोसी दूर के रिश्तेदारों से बेहतर होते हैं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि चीन पड़ोसियों के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए सक्रियता से काम कर रहा है। इस दौरान चीन के मैरीटाइम सिल्क रोड परियोजना का बचाव करते हुए उन्होंने भारत से भी इसका हिस्सा बनने की अपील की।
इस सम्मेलन में नेपाल के राष्ट्रपति राम बरन यादव व श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाल सिरिसेना सहित दुनियाभर के करीब 15 नेताओं ने हिस्सा लिया। माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स व टाटा समूह के चेयरमैन एमेरिटस रतन टाटा सहित 1800 विदेशी अधिकारी व कारोबारी भी इस दौरान मौजूद थे।