नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पंडित नेहरू के विचार मौजूदा समय की राजनीति में भी प्रासंगिक हैं लेकिन कुछ लोग उसे इतिहास से हटाने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की 125वीं जयंती पर विज्ञान भवन में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कहा कि नेहरू के विचारों को खत्म करने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि अंजाम की परवाह किए बिना अपनी बात पर कायम रहना नेहरू से सीखना होगा। वे कमजोर विपक्ष को भी महत्वपूर्ण मानते थे, लेकिन आज ऐसा नहीं। राहुल ने कहा कि आजादी के आंदोलन के दौरान पंडित नेहरू के जेल से निकलने बाद चर्चिल ने भी कहा कि उन्होंने नफरत और डर पर विजय प्राप्त कर ली थी।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने नेहरू को कोट करते हुए कहा, उन्होंने नैनी जेल से निकलने के बाद ब्रिटिश हुकूमत यह कहते हुए धन्यवाद दिया कि उनके दिमाग से अब घृणा और क्रोध खत्म हो चुका है। राहुल गांधी ने कहा कि नेहरू का विचार एक धर्मनिरपेक्ष और सहिष्णु देश का था। उन्होंने अपने भाषण में गंगा का जिक्र करते हुए कहा कि यह भारत की आत्मा है।