नई दिल्ली, नगर संवाददाता। केन्द्र सरकार ने कहा है कि फसलों के नुकसान पर समग्र बीमा कवच प्रदान किया जा रहा है। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार को एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के अंतर्गत अबाध प्राकृतिक जोखिमों के मामले में फसलों के नुकसान पर समग्र बीमा कवच प्रदान करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। देश के किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ मिल रहा है।
मंत्रालय का कहना है कि पीएमएफबीवाई विश्व की सबसे बड़ी फसल बीमा योजना बनने की राह पर है। हर वर्ष योजना के तहत लगभग पांच करोड़ किसानों के आवेदन मिलते हैं। पिछले छह वर्षों में 25,186 करोड़ रुपये का प्रीमियम चुकाया गया और किसानों को 1,25,662 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं।
कृषि मंत्रालय का कहना है कि जिन राज्यों ने योजना को लागू किया है, वे आगे बढ़ रहे हैं और उन राज्यों में रबी 22-23 के तहत किसानों का पंजीकरण भी बढ़ रहा है। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र से आई उन मीडिया रिपोर्ट को मंत्रालय ने खारिज किया है जिसमें दावा किया गया था कि किसानों को उचित फसल बीमा राशि नहीं मिली।
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने कहा कि महाराष्ट्र के कुछ जिलों में किसानों को बीमा दावों पर मामूली रकम मिलने की खबरें तथ्यात्मक रूप से गलत हैं। क्योंकि ज्यादातर दावे आंशिक थे और वह वास्तविक रकम नहीं थी। जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने प्रावधान किया है कि हर विशिष्ट किसान पहचान-पत्र के आधार पर न्यूनतम 1000 रुपये के दावे का भुगतान किया जाएगा।