नई दिल्ली, नगर संवाददाता: अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए होटल उद्योग, मल्टीलेवल पार्किंग निर्माण सिनेमा हॉल और यात्री निवास बनाने सहित 25 प्रोजेक्ट लाने का दावा करने वाले उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मात्र सात प्रोजेक्ट ही धरातल पर आ सके हैं। हकीकत यह है कि इन सात प्रोजेक्टो में से भी निगम को अभी तक किसी तरह की आय नहीं हो सकी है।
आर्थिक तंगी से जूझ रहे उत्तरी निगम ने समय-समय पर नई योजनाएं लाकर राजस्व एकत्रित करने का दावा किया था। इन योजनाओं में नॉवल्टी सिनेमा का पुनर्विंकास, मिलन सिनेमा की वाणिज्जियक जमीन, डिलाईट सिनेमा की दुकानें, रानी बाग मल्टी लेवल पार्किंग, अजमल खान पार्किंग, ईदगाह मल्टीलेवल पार्किंग, मावा मंडी स्थित बेंच एंड बार क्लब की जमीन पर यात्री निवास, आसफ अली रोड स्थित निगम क्षेत्रीय कार्यालय की जमीन पर होटल या रात्री निवास, पीली कोठी का पुनर्विकास , टाउन हॉल को होटल उद्योग के लिए देना, सहित 25 बड़े प्रोजेक्ट कमाई के मकसद से लाए गए थे। साथ ही उत्तरी निगम इस बात का दावा भी किया कि इन सभी प्रोजोक्टों को जल्द ही अमली जामा पहना दिया जाएगा। लेकिन हकीकत सामने है। नावल्टी सिनेमा की जमीन 99 साल के लिए लीज पर दी गई , मिंटो रोड़ स्टॉफ क्वार्टर का काम अभी शुरू होना है, पीली कोठी का पुनर्विकास शुरू होना है। इन 25 प्रोजेक्ट मे से सात पर ही काम शुरू होने की प्रकिया चल रही है। लेकिन यह प्रकिया सिर्फ कागजो में है इनमें से भी तीन प्रोजेक्ट की फाईल लाभकारी विभाग के पास अनुमति मिलने का इंतजार कर रही हैं। इनमें टाउन हॉल को होटल उद्योग के लिए किराये पर देना भी शामिल है। अब देखना यह है कि उत्तरी निगम इन प्रोजेक्टों के माध्यम से अपनी आर्थिक स्थिति को कब तक मजबूत कर पाएगा।