नई दिल्ली, नगर संवाददाता: दिल्ली पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ ने पुणे पुलिस के साथ मिलकर एक संयुक्त अभियान में राजस्थान के पांच लोगों को गिरफ्तार कर एक ऑनलाइन गिरोह का पर्दाफाश किया। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान एच मीणा (23), ए के मीणा (22), बी एल मीणा (32), आर मीणा (23) और एच एम मीणा (23) के रूप में हुई।
पुलिस ने बताया कि पुणे की एक महिला द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद यह मामला प्रकाश में आया। शिकायतकर्ता ने कहा कि वह ऑनलाइन ट्यूशन पढ़ाती हैं और इसकी फीस वह ‘गूगल पे’ के माध्यम से लेती हैं। 11 नवंबर को मुस्कान मीणा नाम की एक महिला ने पीड़िता से इंस्टाग्राम के जरिए संपर्क किया और उनसे भुगतान के बारे में पूछा। शिकायतकर्ता ने इस पर प्रति महीना 1,800 रुपये की राशि लेने के बारे में बताया लेकिन आरोपी ने उन्हें 18,000 रुपये की राशि भुगतान हो जाने का स्क्रीनशॉट भेजा और कहा कि गलती से इतना ज्यादा भुगतान हो गया है। उसने 16,200 रुपये की राशि लौटाने के लिए कहा।
इस पर बिना अपने खाते की जांच किए हुए शिकायतकर्ता ने बाकी राशि गूगल पे के माध्यम से आरोपी को वापस कर दी लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि उनके साथ धोखा हुआ है।
पुलिस उपायुक्त (साइबर प्रकोष्ठ) के पी एस मल्होत्रा ने बताया कि मुस्कान मीणा ने शिकायतकर्ता को बताया था कि वह दिल्ली के द्वारका में रहती है। पुणे पुलिस ने दिल्ली पुलिस की साइबर इकाई से संपर्क किया और जांच में पता फर्जी पाया गया। तकनीकी जांच में पता चला कि आरोपी राजस्थान के जयपुर से काम कर रहे हैं। बाद में पुणे पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने फर्जी इंस्टाग्राम प्रोफाइल बनाने का खुलासा किया। आरोपियों को मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत में ट्रांजिट रिमांड पर पुणे ले जाने के लिए पेश किया गया।